विकलांग प्रमाणपत्र नही बनने से लोगो मे नाराजगी

विकलांग प्रमाणपत्र नही बनने से लोगो मे नाराजगी

विकलांग प्रमाणपत्र नही बनने से लोगो मे नाराजगी
विकलांग प्रमाणपत्र नही बनने से लोगो मे नाराजगी

Ktg समाचार गुमला ब्यूरो अजित सोन 

  गुमला। कहने को तो गुमला का सदर अस्पताल कायाकल्प अस्पताल का दर्जा प्राप्त है बावजूद उसके जिले में एक भी फिजिशियन डॉक्टर तैनात नहीं हैं जिसके कारण आमजनों को खासी कठिनाईयां झेलनी पड़ रही है वहीं दिव्यांग जनों का प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है ।प्रमाणपत्र नहीं बनने से दिव्यांगजनों का तमाम तरह की कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। कोई भी वैकेंसी अथवा अनुदान संबंधित लाभ से दिव्यांग श्रेणी के लोग वंचित रह जा रहे हैं। बड़ी संख्या में दिव्यांगजन प्रमाण पत्र बनाने के उद्देश्य से सिविल सर्जन कार्यालय का चक्कर लगाते देखे गए है। इस संबंध में गुमला के सिविल सर्जन डॉक्टर राजू कच्छप ने बताया कि विकलांग प्रमाण पत्र बनाने के लिए बोर्ड होता है। इस बोर्ड में कम से कम 3 डॉक्टरों का रहना अनिवार्य होता है। जिसमें पहला फिजीशियन डॉक्टर, दूसरा हड्डी के डॉक्टर व तीसरा आंख के डॉक्टर का रहना अनिवार्य होता है। गुमला जिले में हड्डी व आंख के डॉक्टर उपलब्ध हैं परंतु फिजीशियन डॉक्टर नहीं हैं जिसके कारण विकलांग शिविर आयोजित नहीं हो पा रही है। सीएस ने बताया कि इसके लिए दक्षिणी छोटानागपुर के स्वास्थ्य सेवा निदेशक को पत्र लिखा गया है। उम्मीद है कि शीघ्र फिजिशियन डॉक्टर गुमला में आने के बाद विकलांग शिविर का आयोजन एवं प्रमाण पत्र बनाया जाएगा। इधर विकलांग प्रमाण पत्र नहीं बनने से लोगों में खासी नाराजगी है।