मेरे यशस्वी प्रधानमंत्री मोदीजी आपश्री कल 29 तारीख को सूरत के दौरे पर आ रहे है तो गुजरात और सूरत का ऐतिहासिक पुस्तकालय जो मनपा की अन्याय स्थिति से पीड़ित है जो प्रधानमंत्री आपके हस्तक्षेप के माध्यम से न्याय के लिए तरस रहा है।

मेरी यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदीजी आप कल 29 तारीख को सूरत मनपा द्वारा विभिन्न प्रकल्पो का शुभारंभ करने के लिए सूरत के दौरे पर आ रहे हैं। सूरत मनपा के प्रकल्प में से एक चौक बाजार में स्थित किल्ले का सूरत मनपा द्वारा नवीनीकरण के बाद लोकार्पण भी किया जा रहा है तो इस मौके पर मैं आप साहेबश्री को अवगत कराना चाहता हूं कि किले के सामने सिर्फ 30 मीटर के अंतर मे गुजरात और सूरत शहर की 172 साल पुराना पुस्तकालय एंड्रयूज पुस्तकालय स्थित है। इस पुस्तकालय सूरत मनपा की अनिर्णायक और अन्याय स्थिति से पीड़ित है। प्रधानमंत्री मोदीजी आप साहेब के हस्तक्षेप की आश के साथ यह पुस्तकालय न्याय के लिए तरस रहा है।

मेरे यशस्वी प्रधानमंत्री मोदीजी आपश्री कल 29 तारीख को सूरत के दौरे पर आ रहे है तो गुजरात और सूरत का ऐतिहासिक पुस्तकालय जो मनपा की अन्याय स्थिति से पीड़ित है जो प्रधानमंत्री आपके हस्तक्षेप के माध्यम से न्याय के लिए तरस रहा है।
एंड्रूस लाइब्रेरी, चौकबाजार, सूरत.

KTG समाचार, भवेन्दु त्रिवेदी, सूरत, गुजरात.

मेरी यशस्वी प्रधानमंत्री मोदीजी आपश्री कल 29 तारीख को सूरत मनपा द्वारा विभिन्न प्रकल्पो का शुभारंभ करने के लिए सूरत के दौरे पर आ रहे हैं। सूरत मनपा के प्रकल्प में से एक चौक बाजार में स्थित किल्ले का सूरत मनपा द्वारा नवीनीकरण के बाद लोकार्पण भी किया जा रहा है तो इस मौके पर मैं आप साहेबश्री को अवगत कराना चाहता हूं कि किले के सामने सिर्फ 30 मीटर के अंतर मे गुजरात और सूरत शहर की 172 साल पुराना पुस्तकालय एंड्रयूज पुस्तकालय स्थित है। इस पुस्तकालय की एकमात्र स्थायी आवक सूरत महानगर पालिका ने अपने स्वयं के प्रोजेक्ट के लिए बंध करवा दी है। सूरत महानगर पालिका ने अन्य स्थायी कायमी इनकम की विकल्प व्यवस्था किये बीना पुस्तकालय की आवक बंध करवा दी है। सूरत महानगर पालिका के शासक और मनपा कमिशनर अब जागे आपके द्वारा किसी संस्था के पुस्तकालय का विकास रुका हुआ है। यह विषय तत्कालीन शासकों के समय से चली आ रही है तब के शासकों ने ये विषय पर सकारात्मक अभीगम रखते हुए संस्था की कायमी आवक चालू रखने के लिए सूरत महानगर पालिका द्वारा विशेष व्यवस्था करने की आश्वासन दिया था। उस दौरान सूरत महानगर पालिका की बोर्ड की अवधि पूरी होने के कारण सूरत महानगर पालिका के इलेक्शन डिक्लेअर हो चुके थे। और इलेक्शन बाद नए शासकोंने सूरत महानगर पालिका में सत्ता संभाली उसके कारण फिर से वर्तमान शासकों को संस्था के संचालकोंने पत्र व्यवहार द्वारा इस विषय पर अवगत कराया। संस्था के पुस्तकालय से अति कम 55 वार्षिक शुल्क का भुगतान करके पुस्तकालय की पुस्तकों के सदस्यों, एजुकेशन पुस्तकों को ले जाने वाले कोलेजो के छात्र सदस्यों के भविष्य को खतरे में डाला जा रहा है। सूरत महानगर पालिका की मंशा पर अब सवाल उठ रहे हैं। मेरे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्रभाई मोदीजी आपसे मेरी नम्र याचना हे की आप साहेबश्री इस विषय में संस्था के पुस्तकालय को सूरत महानगर पालिका द्वारा जो अनिर्णायक स्थिति और अन्याय नीति उत्पन्न हो रही है उससे इस संस्था के पुस्तकालय को न्याय दिलाने में मदद कीजिए। मेरे प्रधानमंत्रीजी यह वो संस्था है जो 172 साल से अधिक पुरानी संस्था की लाइब्रेरी है जहां आजादी से पहले अंग्रेजों के खिलाफ स्वतंत्रता संग्राम के नाटक खेले जाते थे, जहां कवि नर्मद संस्था की Andrews Library में बैठ कर विचार मंथन करते अपने पुस्तके लिखते थे, यह वह संस्था है जहा के नगीन चंद ज़वेरी हॉल में युगपुरुष भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटलजी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और भारतीय जनसंघ की संगठन बैठकें करते थे। इस बीच संस्था के संचालकों द्वारा पेज प्रमुख के शिल्पी की जिन्होंने वार्ड स्तर पर पार्टी के संगठन को मजबूत किया और पार्टी को जबरदस्त संगठनात्मक ताकत प्रदान करनेवाले भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रमुख सी आर. पाटिलजी का समय लेकर मुलाक़ात की और इस विषयमे लिखित और मौखिक प्रस्तुति द्वारा भाजपा प्रदेश प्रमुख सी आर पाटिलजी को अवगत कराते हुए बताया की संस्था की सूरत महानगर पालिका द्वारा छीनी गईं एकमात्र कायमी इनकम को पुनः शुरू करवाने का अनुरोध किया है। अब इस विषय को लेकर 172 साल से भी पुरानी गुजरात और सूरत की ऐतिहासिक धरोहर संस्था पुस्तकालय मेरे यशस्वी प्रधानमंत्री मोदीजी आपश्री कल 29 तारीख को सूरत के दौरे हैं तो गुजरात और सूरत का यह ऐतिहासिक पुस्तकालय मनपा की अनिर्णायक और अन्याय स्थिति से पीड़ित पुस्तकालय आप साहेबश्री के हस्तक्षेप के माध्यम से के लिए तरस रहा है।