रुद्रपुर में महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल के पास ईसाई कब्रिस्तान पर लोगों का अवैध कब्जा 1 एकड़ जमीन में कब्रिस्तान एक बीघा में सिमट कर रह गया
रुद्रपुर में महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल के पास ईसाई कब्रिस्तान पर लोगों का
रुद्रपुर में महाराजा अग्रसेन हॉस्पिटल के पास ईसाई कब्रिस्तान पर लोगों का अवैध कब्जा 1 एकड़ जमीन में कब्रिस्तान एक बीघा में सिमट कर रह गया
रिपोर्ट उत्तराखंड प्रदेश चीफ.रामपाल सिंह धनगर
रुद्रपुर उधम सिंह नगर उत्तराखंड….
रुद्रपुर में स्थित ईसाई कब्रिस्तान की जमीन पर अवैध कब्जा देख भड़की दिल्ली हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीमती विनीता मैसीरुद्रपुर में स्थित ईसाई कब्रिस्तान की जमीन पर अवैध कब्जा देख भड़की दिल्ली हाईकोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीमती विनीता मैसी कब्रों पर कूड़े के ढेर निगम प्रशासन की घौर लापरवाही उजागर बारिश में दरिया बन जाता है ईसाई समुदाय का कब्रिस्तान गंदगी और कूड़े से पटा पड़ा है कब्रिस्तान रुद्रपुर कहते हैं इन्सान मरने के बाद इस दुनिया से विदा हो जाता है। तथा अपने कर्मों के अनुसार उसे स्वर्ग या नरक में जगह मिलती हैं। लेकिन आज हम आपको एक ऐसी हकीकत से रूबरू करा रहे हैं, जहां मरने के बाद भी लोगों को महज गंदगी, कूड़े, गंदा पानी और कब्जेदारो का सामना करना पड़ रहा है। जी हां आज हम आपको बताते हैं कि स्थानीय प्रशासन और नगर निगम रुद्रपुर की घौर लापरवाही से के चलते मरने के बाद जमीन में दफन लाशों को दो गज साफ सुथरी जमीन भी मुआसर नहीं है। रुद्रपुर के पहाड़ गंज इलाके में लम्बी मांग के बाद ईसाई समुदाय को दो एकड़ भूमि कब्रिस्तान बनाने के लिए मुहैया कराई गई थी। उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री पंडित नारायण दत्त तिवारी ने अपने शासन काल में ईसाई समुदाय की मांग को देखते हुए यह जमीन आवंटित की थी। लेकिन जब से लेकर आज तक जिला प्रशासन व नगर निगम प्रशासन ने इस जमीन की ओर पलट कर नहीं देखा। आज दिल्ली हाईकोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीमती विनीता मैसी जब इस कब्रिस्तान में पहुंचे तो उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया।
दरअसल कब्रिस्तान की जमीन पर कुछ दबंग लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर वहां मकान बना लिए हैं। वहीं पूरी कालोनी का कूड़ा इसी कब्रिस्तान में फेंका जाता है। बारिश के दौरान यह कब्रिस्तान गन्दे नाले में तब्दील हो जाता है। वहीं दिल्ली हाईकोर्ट की वरिष्ठ अधिवक्ता श्रीमती विनीता मैसी ने कब्रिस्तान की दशा को देखकर स्थानीय प्रशासन और नगर निगम प्रशासन की कार्य प्रणाली पर सवाल उठाए हैं। दरअसल जब कुछ मीडिया कर्मी वहां पहुंचे तो उन्होंने भी उक्त कब्रिस्तान की दुर्दशा देखकर हैरानी जताई। दरअसल कब्रिस्तान की भूमि पर अधिकांश लोगों ने अवैध रूप से कब्जा कर लिया है। इसके अलावा उक्त जगह पर गन्दगी का ढेर लगा हुआ। आसपास के रहने वाले लोगों इस कब्रिस्तान की जमीन को कूड़ा घर बनाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड रहें हैं। उक्त कब्रिस्तान अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है। श्रीमती मैसी ने कब्रिस्तान की जमीन पर कब्जा और कूड़ा फेंकने को स्थानीय प्रशासन और नगर निगम प्रशासन को कठघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि रुद्रपुर में स्थित उक्त कब्रिस्तान अवैध रूप से कब्जा करने वालों की भेंट चढ़ गया है। उन्होंने जिला अधिकारी श्रीमती रंजना राजगुरु से मांग करते हुए कहा कि प्रशासन की लापरवाही के चलते यह दफन होने वाले लोगों को दो गज जमीन भी मुआसर नहीं है। जगह-जगह कूड़ा और गन्दे पानी के नाले बन चुके हैं। उन्होंने स्थानीय प्रशासन खास कर जनपद की जिला अधिकारी श्रीमती रंजना राजगुरु से तत्काल प्रभाव से वहां कब्जा किए गए लोगों से जमीन खाली कराने की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा कि नगर निगम भी यह विशेष सफाई अभियान की शुरुआत करें। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जो लोग यहां कूड़ा फैंकते है उनके खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जाए। उन्होंने जमकर स्थानीय प्रशासन और निगम के अधिकारियों को लताड़ लगते हुए कहा कि यादि जल्द ही इस मामले का संज्ञान स्थानीय प्रशासन ने नहीं लिया तो लम्बी लड़ाई की शुरुआत की जाएगी। इस दौरान बाबी मैसी,दीपक लुकस, सुरेन्द्र कुमार, वर्षा चरण, अरुण चरण,आशी तिवारी, एंड्रो जोसेफ आदि मौजूद थे।