विधायक पवार ने किया मॉडल स्कूल की संघर्षमयी शुरुआत नामक संस्मरण का विमोचन
-शिक्षक विकास महाजन का अनोखा कार्य, लिख दिया पूरा इतिहास
kTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। जिला, राज्य तथा राष्ट्र स्तर पर पहचान स्थापित कर चुका देवास शहर का एकमात्र सरकारी स्कूल है। जिसकी शुरुआत बहुत ही अल्प संसाधनों में सिमित स्टाफ सदस्यों के साथ संघर्षमयी परिस्थितियों में हुई थी।यह विद्यालय दिनांक 22/08/2016 को उत्कृष्ट विद्यालय देवास से नवनिर्मित बालगढ रोड स्थित नवीन भवन में प्रभारी प्राचार्य विकास महाजन द्वारा अपने दो अन्य सहयोगी रविन्द्र नरवरे तथा हजारीलाल जाट के सहयोग एवं श्रीमती चंद्रावती जाधव के मार्गदर्शन से हिन्दी एवं अंग्रेजी माध्यम में अध्ययनरत कुल 267 विद्यार्थियों के साथ स्थानांतरित किया था। उस समय उत्पन्न सभी परिस्थितियों तथा समस्याओं का सामना करके विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन से मॉडल स्कूल देवास आज इस स्थिति में है। आज विद्यालय में प्रवेश के लिए निर्धन तथा प्रतिभाशाली विद्यार्थियों के लिए प्रवेश की पहली पसंद बन गया है। क्योंकि इस स्कूल में प्राइवेट स्कूलो की तरह ही हर एक सुविधा उपलब्ध है जो विद्यार्थियों के लिए आवश्यक होती है। स्कूल के वर्तमान प्राचार्य अनिल सोलंकी ने 2017 मे कार्यभार ग्रहण किया। उसके बाद एक और एक ग्यारह की तर्ज पर विकास महाजन ने प्राचार्य महोदय के साथ मिलकर कई नवाचारी कार्य किये। जिसमें पुर्व के अतिथि शिक्षकों के साथ, वर्तमान स्टाफ सदस्यों का सहयोग मिलता रहा। अपने किये गये कार्यों के लिए महाजन को 2020 मे राज्य स्तरीय सर्वोच्च शिक्षक सम्मान से पुरस्कृत किया गया है। प्राचार्य महोदय के साथ मिलकर संस्था को शुन्य से शिखर तक पहुँचाने की अपनें नाम के अनुरुप विकास यात्रा का लेखन, संकलन एवं वर्णन का कार्य 111 पेज पर 111 दिनो मे महाजन द्वारा पुर्ण किया है। जिसका विमोचन एवं अवलोकन देवास विधायक श्रीमंत गायत्री राजे पवार, सुभाष शर्मा तथा विधायक प्रतिनिधि दुर्गेश अग्रवाल की गरिमामयी उपस्थिति में संपन्न हुआ। इस अवसर पर श्रीमती पवार ने विकास महाजन के इस सराहनीय एवं अन्य शिक्षकों के लिए प्रेरणादायी कार्य की प्रशंसा करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं प्रेषित की। इस संस्मरण के लिए शिक्षा विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण एच एल खुशाल, अजय सोलंकी, सुधीर कुमार सोमानी तथा स्टाफ सदस्यों ने महाजन को बधाई दी। इस कार्य में संस्था के प्रयोगशाला सहायक प्रतीक जोशी का विशेष योगदान रहा।