नशा मुक्ति अभियान के तहत केंद्रीय विद्यालय नंबर 1 मोती डूंगरी से शुरुआत की

नशे से पेट में पानी भरना तथा उल्टी व दस्त में खून आता है और मरीज मृत्यु तक पहुंच जाता है डॉंक्टर से सलाह लेकर उसका नशा छुड़वाए और स्वस्थ जीवन अपनाए

नशा मुक्ति अभियान के तहत केंद्रीय विद्यालय नंबर 1 मोती डूंगरी से शुरुआत की
रिपोर्टर महेंद्र सैनी अलवर राजस्थान
नशा मुक्ति अभियान के तहत केंद्रीय विद्यालय नंबर 1 मोती डूंगरी से शुरुआत की

नशा मुक्ति अभियान के तहत केंद्रीय विद्यालय नंबर 1 मोती डूंगरी से शुरुआत की

KTG समाचार नीरज माहेश्वरी जिला प्रभारी

अलवर आई एम ए अलवर की तरफ से नशा मुक्ति अभियान के तहत केंद्रीय विद्यालय नंबर 1 मोती डूंगरी से शुरुआत की गई इसमें प्रियंका शर्मा मनोरोग विशेषज्ञ ने बताया की शुरुआत में नशे की लत छोटे नशे से शुरू होती है और बाद में बढ़कर इतनी घातक हो जाती है कि वह जानलेवा बन जाती है 13 साल से 19 साल के बच्चे इस स्थिति से ज्यादा प्रभावित होते है सी ओ सिटी अलवर हरिराम मीणा ने बताया कि व्यक्ति को कानून तक पहुंचने से पहले ही नशे का आदि नहीं होना चाहिए अन्यथा वह नशे में कई बार गंभीर अपराध कर जाता है और उसको उसकी सजा भुगतनी पड़ती है आई एम अध्यक्ष डॉं. विजय पाल सिंह ने बताया कि नशे की खराब की वजह से मरीज के लीवर खराब हो जाता है इसकी वजह से पेट में पानी भरना तथा उल्टी व दस्त में खून आता है और मरीज मृत्यु तक पहुंच जाता है मनुष्य को जो जीवन मिला है उसका सही उपयोग करना चाहिए प्रधानाचार्य डॉं. एल आर सैनी ने बताया की जिस बच्चे के घर में कोई भी नशा करता है तो उसको समझाए और जरूरत हो तो डॉक्टर से सलाह लेकर उसका नशा छुड़वाए और स्वस्थ जीवन अपनाए।