रिश्वत लेने के मामले में लिपिक व दोनों संविदाकर्मियों को गिरफ्तार किया
पट्टा जारी करने की एवज में न्याय कर्मी 32 हजार रूपए की रिश्वत मांग रहे है एसीबी की टीम ने न्यास कार्यालय सहित तीनों कर्मियों के आवास पर भी जांच पड़ताल की
रिश्वत लेने के मामले में लिपिक व दोनों संविदाकर्मियों को गिरफ्तार किया
KTG समाचार नीरज माहेश्वरी जिला प्रभारी
अलवर शहर में भ्रष्टाचार के दो समुन्द्र के रूप में चर्चित नगर परिषद व नगर विकास न्यास इस समय एसीबी के रडार पर हैं । एसीबी के कांटे में न्यास कार्यालय की भी तीन भ्रष्ट मछलियां फंस गई । पट्टा जारी करने की एवज में न्यास के कर्मचारियों ने रिश्वत मांगी थी । परिवादी रूपेंद्र सिंह की ओर से की गई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए एसीबी ने पट्टा जारी करने की प्रक्रिया से जुड़े नियमन शाखा के कनिष्ठ लिपिक मुकेश चौधरी व दो संविदा कर्मी नरेंद्र कुमार और कमलेश सैनी को गिरफ्तार किया गया है । इनके पास से 32 हजार रूपये की राशि भी बरामद की गई है । एसीबी के महानिदेशक बीएल सोनी ने बताया कि परिवादी रूपेंद्र सिंह ने शिकायत की थी कि उसे पट्टा जारी करने की एवज में न्याय कर्मी 32 हजार रूपए की रिश्वत मांग रहे है । एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह ने शिकायत का सत्यापन किया जो सही पाई गई । कनिष्ठ लिपिक चौधरी ने अपने साथ दो संविदाकर्मी रिश्वत के लिए मिला रखे थे । संविदाकर्मी रिश्वत मांगते जिसे ये लिपिक तक पहुंचा देते थे । तय समय के अनुसार सोमवार को परिवादी ने 32 हजार रूपये संविदाकर्मी नरेंद्र को सौंपे । नरेंद्र ने दूसरे संविदाकर्मी कमलेश सैनी को रिश्वत राशि मिलने के बारे में बताया । कमलेश ने लिपिक मुकेश चौधरी को बताया कि राशि मिल गई है । इस पूरे प्रकरण पर एसीबी निगाह रख रही थी । मौका मिलते ही एसीबी के निरीक्षक प्रेमचंद के नेतृत्व में टीम ने कार्रवाई कर दी । रिश्वत लेने के मामले में लिपिक व दोनों संविदाकर्मियों को गिरफ्तार कर उनसे 32 हजार रूपये बरामद कर लिए गये । इसके बाद एसीबी की टीम ने न्यास कार्यालय सहित तीनों कर्मियों के आवास पर भी जांच पड़ताल की । प्रकरण में समाचार लिखे जाने तक कार्रवाई चल रही थी ।