घड़साना में वकील की आत्महत्या से रामगढ़ अधिवक्ताओं में आक्रोश दोषी अधिकारियों की गिरफ्तारी की मांग

अधिवक्ता दिनेश शर्मा ने बताया कि श्रीगंगानगर जिले के घड़साना में वकील विजय सिंह ने पुलिस से प्रताड़ित होकर आत्महत्या कर ली

घड़साना में वकील की आत्महत्या से रामगढ़ अधिवक्ताओं में आक्रोश दोषी अधिकारियों की गिरफ्तारी की मांग

KTG समाचार नीरज माहेश्वरी जिला प्रभारी

रामगढ़ में बार एसोसिएशन ने सिविल कोर्ट में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान बार संघ अधिवक्ताओ ने न्यायिक कार्यो का बहिष्कार किया। पुलिस प्रशासन के खिलाफ मुर्दाबाद के नारे भी लगाए व दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की मांग की राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के घड़साना में वकील की आत्महत्या का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। रामगढ़ सिविल कोर्ट में बार संघ के अधिवक्ताओं ने कोर्ट में न्यायिक कार्यों का बहिष्कार करें प्रदर्शन किया । दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की । कोर्ट में प्रदर्शन के दौरान अधिवक्ताओं ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । अधिवक्ता दिनेश शर्मा ने बताया कि श्रीगंगानगर जिले के घड़साना में वकील विजय सिंह ने पुलिस से प्रताड़ित होकर आत्महत्या कर ली । मृतक वकील ने इलाके में बड़े नशे के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था । इसी मामले को लेकर थानाधिकारी मदन विश्नोई सहित छह पुलिसकर्मी ने वकील विजय सिंह के साथ थाने पर प्रताड़ित करते हुए मारपीट की थी । इसके बाद से ही वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा था । पुलिस की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या कर ली । पूरे राजस्थान में इस मामले को लेकर अधिवक्ता में भारी आक्रोश है । रामगढ़ कस्बे में भी सिविल कोर्ट बार संघ के अधिवक्ताओं ने वकील मृतक विजय सिंह के लिए 2 मिनट का मौनधारण कर श्रद्धांजलि दी । उसके पश्चात सिविल कोर्ट में न्यायिक कार्य का बहिष्कार कर प्रदर्शन किया । सरकार से मांग की थी वकील के परिवार में दो व्यक्तियों को सरकारी नौकरी दी जाए और 1 करोड़ रुपए की पीड़ित परिवार को सहायता राशि दी जाए । अपराध में लिप्त दोषी अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए । इस मौके पर एडवोकेट राजकुमार यादव दिनेश शर्मा सियाराम गुर्जर रोहिताश सैनी राकेश यादव लाखन शर्मा जगदीश थीरान संजय गोल्डी मोहित जैन इत्यादि अधिवक्ता मौजूद थे। अभिवक्ता दिनेश शर्मा ने बताया कि श्रीगंगानगर जिले के घड़साना में वकील विजय सिंह ने पुलिस से प्रताड़ित होकर आत्महत्या कर ली । मृतक वकील ने इलाके में बड़े नशे के खिलाफ आंदोलन शुरू किया था । इसी मामले को लेकर थानाधिकारी मदन विश्नोई सहित छह पुलिसकर्मी ने वकील विजय सिंह के साथ थाने पर प्रताड़ित करते हुए मारपीट की थी । इसके बाद से ही वह मानसिक रूप से परेशान चल रहा था । पुलिस की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या कर ली । पूरे राजस्थान में इस मामले को लेकर अधिवक्ता में भारी आक्रोश है । रामगढ़ कस्बे में भी सिविल कोर्ट बार संघ के अधिवक्ताओं ने वकील मृतक विजय सिंह के लिए 2 मिनट का मौनधारण कर श्रद्धांजलि दी । उसके पश्चात सिविल कोर्ट में न्यायिक कार्य का बहिष्कार कर प्रदर्शन किया । सरकार से मांग की थी वकील के परिवार में दो व्यक्तियों को सरकारी नौकरी दी जाए और 1 करोड़ रुपए की पीड़ित परिवार को सहायता राशि दी जाए । अपराध में लिप्त दोषी अपराधियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए ।