संविधान की रक्षा हम सबका दायित्व, हमें अपने कर्तव्यों को कभी नहीं भूलना चाहिए- जिला सत्र न्यायाधीश मिश्रा

संविधान की रक्षा हम सबका दायित्व, हमें अपने कर्तव्यों को कभी नहीं भूलना चाहिए- जिला सत्र न्यायाधीश मिश्रा

संविधान की रक्षा हम सबका दायित्व, हमें अपने कर्तव्यों को कभी नहीं भूलना चाहिए- जिला सत्र न्यायाधीश मिश्रा
संविधान की रक्षा हम सबका दायित्व, हमें अपने कर्तव्यों को कभी नहीं भूलना चाहिए-  जिला सत्र न्यायाधीश मिश्रा
राष्ट्रीय विधि दिवस पर न्यायाधीशों, अभिभाषक संघ की नवीन कार्यकारिणी का हुआ सम्मान
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। संविधान का पालन करें व आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्रध्वज तथा राष्ट्रगान का आदर करें। देश की प्रभुता, एकता और अखंडता की रक्षा करना सबकी बराबर की जिम्मेदारी है। महिलाओं को सम्मान देने, हिसा से दूर रहते हुए बंधुता को बढ़ावा देने व सामाजिक संस्कृति का संवर्धन व पर्यावरण का संरक्षण करना जरूरी है।  डॉ. आंबेडकर ने भारतीय संविधान का तैयार मसौदा 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा के समक्ष रखा था। उसी दिवस की याद में हर वर्ष 26 नवंबर को राष्ट्रीय विधि दिवस मनाया जाता है। उक्त वक्तव्य राष्ट्रीय विधि दिवस पर एडवोकेट विजय राठौर और राजेश वर्मा द्वारा मल्हार स्मृति मंदिर में आयोजित सम्मान समारोह में मुख्य अतिथि जिला सत्र न्यायाधीश प्रभात कुमार मिश्रा ने कहें। उन्होंने कहा कि संविधान की रक्षा हम सबका दायित्व है। अपने कर्तव्यों को भी नहीं भूलना चाहिए। हम चाहे जिस धर्म के हों या कहीं भी पूजा करते हों, लेकिन संविधान के नियमों का पालन हमारा फर्ज है। हर एक को अक्षरश: पालन करना चाहिए। संविधान निर्माण में चली गतिविधियों के बारे में बताया। सम्मान समारोह का शुभारंभ विशेष अतिथि कलेक्टर चंद्रमौली शुक्ला, विधिक सेवा प्राधिकरण सचिव श्रीमती निहारिका सिंह, जिला चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एमपी शर्मा, शासकीय विधि महाविद्यालय प्राचार्य डॉ. अजय चौहान, विशिष्ट अतिथि शासकीय नवीन विधि महाविद्यालय इंदौर प्राचार्य डॉक्टर इनाम रहमान व अध्यक्षता कर रहे जिला अभिभाषक संघ अध्यक्ष राम प्रसाद सूर्यवंशी ने माँ सरस्वती जी के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित व माल्यार्पण कर किया। तत्पश्चात अतिथियों ने न्यायाधीशों, नवीन कार्यकारिणी पदाधिकारियों व वरिष्ठ अभिभाषकों का सम्मान शाल-श्रीफल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। अतिथियों ने इस उपलक्ष्य में संविधान पर अपने अपने वक्तव्य दिए। इस अवसर पर बड़ी संख्या में अभिभाषक व समाजसेवी उपस्थित थे। अंत में उपस्थित जनों को एकता और अखंडता की शपथ दिलाई गई। कार्यक्रम का संचालन सैयद मकसूद अली ने किया।