अवैध माइनिंग के लिए सौंपा ज्ञापन ग्रामीणों ने, तहसीलदार एवं माइनिंग अधिकारी को
अवैध माइनिंग के लिए सौंपा ज्ञापन ग्रामीणों ने, तहसीलदार एवं माइनिंग अधिकारी को
आज बात करते हैं मार्बल नगरी सावर की जो मार्बल व्यवसाय बाहर से आने वालों के लिए वरदान बना। वही वहां के रहने वाले स्थानीय लोगों के लिए अभिशाप बन गया। ऐसी ही एक मार्बल माइन्स लोगों के लिए अभिशाप बन गई है। कहने में तो इस तिरुपति मार्बल माइंस की मालिक जाना देवी का नाम पूरे विधानसभा में गूंजता है। राज कोई सा भी हो हर नेता हर अधिकारी इनके चौखट पर सलामी देने पहुंच ही जाता है। शायद यही कारण है कि गांव वालों की शिकायत होने के बावजूद भी आज तक इस अवैध मार्बल माइंस पर कोई कार्यवाही नहीं हुई। जिस माइंस के पास अस्पताल हो स्कूल हो और न्याय के लिए थाना हो। वही के बाशिंदों के साथ अन्याय हो रहा है इससे बड़ी त्रासदी क्या होगी। इस अवैध माइंस के आसपास रहने वाले लोगों का दर्द सुनने वाला कोई नहीं। जो रक्षक हैं वही भक्षक बन गए तो आमजन कहां पर जाए । माइनिंग में होने वाले विस्फोट के धुए से आमजन का सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। जिस देश में सांस के अलावा हर चीज पर टैक्स है। उस देश में अब सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। वही आसपास रहने वालों के कई घरों में दरारे भी आ चुकी है। अवैध माइनिंग को रोकने के लिए सावर के कई वासियों ने तहसीलदार और माइनिंग अधिकारियों को सौंपा ज्ञापन
*बारूद के ढेर पर बसा सावर का वजूद। ऊंचे रसूखात की वजह से अधिकारी भी कार्रवाई करने से डरते हैं। एक अवैध माइनिंग का ऐसा खेल जिसमें सब है शामिल। और इसका भुगतान करना पड़ रहा है निर्दोष सावर की जनता को स्कूल हॉस्पिटल और थाने के पीछे हो रही है अवैध माइनिंग।