देवास जिले में आयुष विभाग ने ग्रामीण आरोग्य केन्द्रों तथा औषधालयो में रोपे फलदार पौधे

औषधीय और फलदार पौधो के रोपण पर जोर, पौधो के बडे होने तक देखभाल करेगा आयुष विभाग का मैदानी अमला

देवास जिले में आयुष विभाग ने ग्रामीण आरोग्य केन्द्रों तथा औषधालयो में रोपे फलदार पौधे

देवास जिले में आयुष विभाग ने ग्रामीण आरोग्य केन्द्रों तथा औषधालयो में रोपे फलदार पौधे

औषधीय और फलदार पौधो के रोपण पर जोर, पौधो के बडे होने तक देखभाल करेगा आयुष विभाग का मैदानी अमला

KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश

देवास । जिला आयुष अधिकारी डॉ.गिर्राज बाथम ने बताया कि देवास जिले को हरा भरा बनाने के लिए आयुष विभाग भी गांव-गांव में औषधीय तथा फलदार पौधे का रोपण कर रहा है। विभाग द्वारा अब तक पांच सौ से अधिक पौधो का रोपण ग्रामीण आरोग्य केन्द्रो तथा औषधालय परिसरो तथा आसपास की खाली जमीन पर किया गया है। पौधो के बडे होने तक इनकी साज-संभाल और पानी देने की व्यवस्था भी विभाग के ही स्थानीय कर्मचारी करेंगे। जिले के आयुष केन्द्रो पर औषधीय पौधो के रोपण को अभियान के रूप मे  बारिश के पहले पखवाडे में ही पूरा करने तथा इनके बडे होने तक समूचित देखभाल करने संबंधी निर्देश आयुष अमले को दिए है। 

जिला आयुष अधिकारी डॉ.गिर्राज बाथम ने बताया कि विभाग द्वारा आरोग्य केन्द्रों तथा औषधालय परिसरो के बडे पैमोन पर पौधारोपण की कार्ययोजना तैयार की गई है। पौधारोपण मे औषधीय पौधे जैसे नीम, मीठा नीम, जामुन, अनार, पीपल, अमरूद, परिजात, शीशम, आम, बेल, नींबू, अडूसा, सहजन, सीताफल, अरंड, कंचनार, बबूल, गूलर, करंज, शमी, चंपा, बादाम, आंवला के साथ छोटे पौधे जैसे तुलसी, ऐलोवेरा, पत्थरचट्टा, आंकडा, गिलोय, अंग्निमंध, हडजोड, भुई आंवला, धतूरा, शतावरी, मोगरा, गुडमार, अजवाईन, हल्दी, अदरक, पुदीना, चमेली, सदाबहार, शुण्ठी, कनेर, निर्गुण्डी, चांदनी, पपीता, अश्‍वगंधा आदि पौधो पर जोर दिया गया है। ताकि ग्राम स्तर पर ही ग्रामीणों को जरूरी औषधी पौधे से प्राप्त हो सके। आरोगय केन्द्रो पर औषधी वाटिका भी निर्मित की गई है।