एमपी: EOW का छापा, अशोकनगर का अकाउंटेंट निकला करोड़ों का सम्पत्तिकार : रिंकू पंडित KTG समाचार शिवपुरी

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ईओडब्ल्यू (EOW Gwalior) की टीम ने अशोकनगर नगरपालिका के एकाउंटेंट एवं ऑफिस सुपरिंटेंडेंट महेश दीक्षित के ग्वालियर (Gwalior News) स्थित घर छापा मार कार्रवाई की है। ऐसे कई कर्मचारी कई विभागों में है जिनकी माशिक आय 20-30 हजार है पर करोड़ों की संपत्ति के मालिक बने बैठे हैं आख़िर कैसे?

एमपी: EOW का छापा, अशोकनगर का अकाउंटेंट निकला करोड़ों का सम्पत्तिकार : रिंकू पंडित KTG समाचार शिवपुरी
Eow की टीम का छापा

विस्तार से -

छापे में करोड़ों रुपये की संपत्ति की रजिस्ट्री, अन्य दस्तावेज मिले हैं, टीम को सोने चांदी के गहने, बैंक एकाउंट भी मिले हैं, ईओडब्ल्यू टीम सबका परीक्षण कर रही है। ऐसे ही कई कर्मचारी हर विभाग में डले है जिनकी मासिक आय 20- 30 हजार है जिसमें फैमिली की जरुरत ही पूरी होती है पर घोटाले कर कर के करोड़ों के मालिक बने बैठे हैं ऐसी ही एक घटना आपके सामने है।

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ईओडब्ल्यू (EOW Gwalior) की टीम ने अशोकनगर नगरपालिका के एकाउंटेंट एवं ऑफिस सुपरिंटेंडेंट महेश दीक्षित के ग्वालियर (Gwalior News) स्थित घर छापा मार कार्रवाई की है। छापे में करोड़ों रुपये की संपत्ति की रजिस्ट्री, अन्य दस्तावेज मिले हैं, टीम को सोने चांदी के गहने, बैंक एकाउंट भी मिले हैं, ईओडब्ल्यू टीम सबका परीक्षण कर रही है।

ईओडब्ल्यू डीएसपी एसके चतुर्वेदी ने एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ को बताया कि अशोकनगर नगर पालिका में पदस्थ लेखापाल एवं कार्यालय अधीक्षक महेश दीक्षित के खिलाफ शिकायत मिली थी कि इन्होंने अपनी पद स्थापना के दौरान अविगढ़ तरीके से संपत्ति अर्जित की है जिसकी जाँच के बाद छापे की कारर्वाई की गई है।

डीएसपी चतुर्वेदी ने बताया कि छापे में महेश दीक्षित का तीन मंजिला मकान मिला है इसीपर कार्रवाई की जा रही है। इसके अलावा करीब 10 -11प्रॉपर्टी के दस्तावेज मिले हैं जो बेटे पत्नी परिजनों के नाम है ये सभी सम्पत्तियाँ भिंड जिले के ग्राम सेंथरी में हैं।

ईओडब्ल्यू टीम को छापे में कैश, बैंक एकाउंट, सोने चांदी के जेवर भी मिले हैं जिनकी जाँच के लिए सुनार को बुलाया गया है , टीम दस्तावेजों की जाँच कर रही है। गौरतलब है कि महेश दीक्षित ग्वालियर जिले के आंतरी, बिलौआ, डबरा में CMO रह चुके हैं इसके अलावा वे भिंड के गोरमी और श्योपुर जिले में भी CMO पदस्थ रहे हैं। बता दें कि महेश दीक्षित ने 1990 में तृतीय श्रेणी कर्मचारी के रूप में 950 रुपये मासिक वेतन पर नौकरी शुरू की थी।