सोनकच्छ विधानसभा मे चुनाव का बहिष्कार सिर्फ 3 वोट डले
घर के दरवाज़े अंदर से बंद अधिकारियो को कहा हमारी मांगे लिखित मे दो जो पूरी होगी तो वोट डालेंगे ए डी एम, एस डी एम, नायब तहसीलदार गांव मे लगाते रहे चककर नहीं बनी बात
KTG समाचार आरिफ खान देवास मध्यप्रदेश
देवास जिला मुख्यालय से 40 किमी दूर सोनकच्छ विधानसभा के ग्राम डिंगरोदा में गांव के शासकीय स्कूल में बने मतदान क्रमांक एक में पोलिंग पार्टी मतदाताओं का इंतजार करते दिखी। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका व चौकीदार ने ही वोट डाले हैं। दोपहर तक गांव वालों ने एक भी वोट नहीं डाला तो कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने एडीएम प्रवीण फुलपगारे को गांव में भेजा। वे सुबह 11.50 बजे सीधे बूथ पर आए जहां पर एक भी मतदाता के नहीं दिखने पर ग्रामीणों से मिलने मंदिर पहुंचे ग्रामीणों ने एसडीएम से कहा शासकीय भूमि पर पुराने पंचायत भवन को तोड़कर सरपंच ने नई शराब की दुकान खोल दी उसे हटाया जाए और डींगरोदा ग्राम का परिसीमन कर उसे उज्जैन जिले में जोड़ा जाए एडीएम साहब ने समझाईस देते हुए कहा अगर आप वोट नहीं डालोगे तो आपकी बात जनप्रतिनिधियो के आगे कैसे रखोगे इस पर ग्रामीणों ने कहा कि हम जनप्रतिनिधियों से मांग नहीं कर रहे हैं हम प्रशासन से मांग कर रहे हैं
फिर एडीएम साहब ने अधिकारियों से फोन पर बात कर कहां की शराब की दुकान शनिवार तक हट जाएगी और परिसीमन के मामले में कहा कि उसकी कागजी कार्रवाई में थोड़ा समय लगेगा फिर ग्रामीणों ने कहा पुराने भवन पर बनी दुकानों को तोड़कर फिर से नई पंचायत बनाई जाए
ग्रामीणों की जीद के आगे एडीएम साहब की नहीं चली और उन्हें निराश होकर पोलिंग बूथ पर वापस आना पड़ा उनके साथ जनपद पंचायत सीईओ राजेश सोनी आर ओ कन्हैया लाल तिलवारे नायब तहसीलदार राकेश यादव व अन्य अधिकारी मौजूद थे
ग्रामीण हरिनारायण शर्मा कमल सिंह व अर्जुन सिंह ने कहा हम काफी दिनों से देवास जाकर अधिकारियों से शराब की दुकान हटाने पर और परिसीमन की मांग कर रहे है और वोट का बहिष्कार भी काफी दिनों पहले ही कर दिया था फिर भी अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया
शुक्रवार को लिखित में देते तो पूरा गांव वोट डालने जाता
ग्रामीणों को मनाने ए डी एम, एस डी एम,तहसीलदार, नायब तहसीलदार गांव मे लगाते रहे चककर फिर भी नहीं बनी बात