काम किसी को मिला कर कोई और रहा

काम किसी को मिला कर कोई और रहा

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंतागढ़

पार्टी का पदाधिकारी कर रहा स्वसहायता समूह का संचालन

कौशल सोनी, केटीजी समाचार

कांकेर। महिलाओं के सशक्तिकरण राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है, इन योजनाओं के तहत महिला स्व सहायता समूह का गठन कर उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत करने का कार्य किया जा रहा है। महिला स्व सहायता समूह का उद्देश्य असंगठित ग्रामीण महिलाओं को संगठित करना, महिलाओं को समूह में छोटी-छोटी बचत करने तथा अपनी छोटी-मोटी जरूरतों की पूर्ति हेतु समूह में ही न्यूनतम दर पर लेन-देन सक्षम बनाने में सहयोग प्रदान करना, महिलाओं का सामाजिक एवं आर्थिक सशक्तिकरण करना है। किंतु अंतागढ़ में इन महती योजनाओं पर रसूखदार और सत्ताधारी पार्टी के लोग पलीता लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, अंतागढ़ में महिलाओं द्वारा बनाए गए समूह में कल्याणी स्वसहायता समूह में 14 सदस्यों में महिलाओं का नाम तो है किंतु इस समूह के नाम का उपयोग कर इनके कार्यों को एक पुरुष जो कि कांग्रेस पार्टी का पदाधिकारी एवं नगर पंचायत का एल्डरमेन भी है उसके द्वारा कराया जा रहा है। मामला है अंतागढ सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में मरीजों एवं गर्भवती महिलाओं को भोजन एवं पोषक आहार देना है जिसका कार्य अंतागढ़ की मां कल्याणी महिला स्व सहायता समूह द्वारा लिया गया है, किंतु इसका संचालन कांग्रेस के एक पदाधिकारी द्वारा किया जा रहा है इस विषय पर जानकारी देते हुए मां कल्याणी स्व सहायता समूह की अध्यक्षा ने बताया की इस समूह की दो महिलाओं द्वारा अस्पताल में खाना बनाया जा रहा है जिसके एवज में शेख शरीफ कुरैशी द्वारा उन्हें 3500 रुपये प्रति महीना रोजी दिया जाता है किंतु इस समूह की अन्य 12 सदस्यों को कुछ भी नहीं मिलता।

नियमत: कार्य किया गया: रामटेके

इस विषय पर ब्लाक मेडिकल अधिकारी भेसज रामटेके ने बताया की नियमतः इस कार्य हेतु निविदा निकाली गई थी एवं यह कार्य महिला स्व सहायता समूह मां कल्याणी को दिया गया था किंतु इसका संचालन किसके द्वारा किया जा रहा है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है।

दस्तावेज मां कल्याणी स्वसहायत समूह के नाम पर: कुरैशी

इस विषय पर शेख शरीफ कुरैशी से पूछा गया तो उन्होंने कहा नियमतः सारे दस्तावेज मां कल्याणी स्व सहायता समूह के नाम से है एवं उसमें मेरा कहीं भी हस्ताक्षर या दस्तावेज नहीं है, हां यह अलग बात है कि सबको पता है यह कार्य मेरे द्वारा कराया जा रहा है। की बात है सोचिनिया विषय है ,सत्ता पक्ष का फायदा उठाकर इन कार्यों को जिनमें महिलाओं के उत्थान के लिए अनेक योजनाएं चलाई जा रही हैं उन कार्यों पर भी हस्तक्षेप कर इन महिला स्व सहायता समूह के नामो का उपयोग कर मोटी रकम कमाने का कार्य निरंतर क्षेत्र में किया जा रहा है।

महिला समूह को नहीं थी जानकारी

यहां एक जानकारी और मिली है कि पिछले वर्ष कोरोना काल में इसी स्वसहायता समूह के नाम से कोरोना से पीड़ित लोगों को कोविड सेंटर में खाना खिलाने का कार्य भी पार्टी के एक दो कार्यकर्ताओं द्वारा किया गया था जिसकी जानकारी तक इस महिला स्वसहायता समूह को नहीं थी, मामला का खुलासा तब हुआ जब इसका भुगतान महिला स्वसहायता समूह के खाते में इसका भुगतान आया किन्तु बैंक में गलत खाता नंबर डालने की वजह से यह भगतान किसी अन्य के खाते में ट्रांसफर हो गया, अब इस कांग्रेसी ठेकेदार द्वारा महिला स्वसहायता समूह को परेशान किया जाने लगा कि ये भुगतान कैसे भी मेरे खाते में जमा कराओ या नगद भुवतान करो। अब जहां महिला सशक्तिकरण के नाम से पर अनेको योजनाएं चलाई जा रही है वही सत्ता का धौन्स देकर इन महिला स्वसहायता समुहों के दिए जाने कार्यों को लेकर पार्टी के पदाधिकारियों द्वारा ऐसा कृत्य करना वास्तव में सोचनिय विषय है।