MP: अतिथि शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर, मानदेय भुगतान जारी : रिंकू पंडित KTG समाचार शिवपुरी एमपी
दिवाली से पहले शिवराज सरकार ने मध्य प्रदेश के अतिथि शिक्षकों को बड़ा तोहफा दिया है। मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूल में सेवा दे रहे अतिथि विद्वानों को वेतन का भुगतान किया जाएगा। इसी बीच सरकार अपना फैसला लेने में संकोच कर रही है अगर अतिथि शिक्षकों को स्थाई किया तो तैयारी कर रहे और चयनित विद्यार्थीयों के हित में ये फैसला लेना उचित नहीं होगा।
विस्तार से -
दिवाली (Diwali) से पहले शिवराज सरकार (shivraj government) ने मध्य प्रदेश (MP) के शिक्षकों (guest teacher) को बड़ा तोहफा दिया है। मध्य प्रदेश के सरकारी स्कूल (Government school) में सेवा दे रहे अतिथि विद्वानों को वेतन (salary) का भुगतान किया जाएगा। इसके लिए आदेश जारी कर दिए गए हैं। अब दिवाली से पहले सभी अतिथि शिक्षकों को वेतन उपलब्ध कराए जाएंगे।
दरअसल लोक शिक्षण संचालनालय, मध्य प्रदेश द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारी (District Education Officer) ,एवं विकास खंड शिक्षा अधिकारियों को आदेश जारी किए गए हैं। दरअसल संचालक लोक शिक्षण संचालनालय मध्य प्रदेश के के द्विवेदी (KK Dwivedi) ने 26 अक्टूबर को एक आदेश जारी किया। जिसमें सभी अतिथि शिक्षकों को अक्टूबर माह का वेतन प्रदान किए जाने के आदेश दिए गए हैं।
इसके अलावा लोक शिक्षण संचालक के के द्विवेदी ने अपने आदेश में लिखा है कि विकास खंड शिक्षा अधिकारी यह देखें कि दीपावली त्योहार से पूर्व मध्य प्रदेश के सभी अतिथि शिक्षकों को अक्टूबर महीने के मानदेय (honorarium) का भुगतान किया जाए।
बता दे इससे पहले मंगलवार को प्रदेश के विभिन्न जिलों में अतिथि शिक्षकों द्वारा धरना प्रदर्शन किया गया था। अतिथि शिक्षक सुबह से शाम तक अपने नियमितीकरण की मांग को लेकर धरने पर बैठे हुए थे। इसके साथ ही साथ उन्होंने शिक्षकों के नियमितीकरण पर विचार नहीं किया गया तो वह प्रदेश में बड़े आंदोलन करेंगे।
मामले में अतिथि शिक्षकों का कहना है कि अतिथि शिक्षकों की दुर्दशा दिन प्रतिदिन बिगड़ती जा रही है। शिक्षक भर्ती से प्रदेश में लगभग 12000 अतिथि शिक्षक बेरोजगार हो गए हैं। जो उनके साथ घोर अन्याय है। इसके साथ ही साथ अपने अधिकार की मांग कर रहे हैं। हालांकि अतिथि शिक्षक नियमितीकरण पर सरकार द्वारा विचार किया जा रहा है। इसी बीच अतिथि शिक्षकों को अक्टूबर के वेतन भुगतान पर जारी आदेश कहीं ना कहीं उनके लिए दीपावली का बड़ा तोहफा है। इसी बीच सरकार का अतिथियों को निश्चित करने का फैसला लेना उन विद्यार्थियों के लिए ठीक नहीं होगा जो कई वर्षों से तैयारी कर रहे हैं और जो चयनित छात्र है इसलिए सरकार कोई फैसला लेने में संकोच कर रही है।