बिजली बिल की बेतहासा मूल्यबृद्धि से आमजन को राहत दे सरकार- बाबा
K T G समाचार सतीश कुमार पांडे जबलपुर जोन हेड मध्य प्रदेश
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रुद्रप्रताप सिंह बाबा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए सरकार से माग की है कि करोना महामारी से आमजन काफी बदहाल हो चुका है एक तरफ घरेलू उपयोग की सामग्री जैसे सरसों का तेल सोयाबीन घरेलू गैस इत्यादि का मूल्य आम जनमानस के पहुंच से बाहर हो गया है दूसरी तरफ डीजल पेट्रोल की कीमतें आसमान छू रही है मूल्य वृद्धि पर सवाल अगर सरकार से पूछा जाता है तो अजीबोगरीब तर्क दिया जा रहा है वैसे इस महामारी से जिन्होंने अपनों को खोया है वह सरकार के चंद रुपयों को प्राप्त करने के लिए भी मृत्यु का प्रमाण पत्र प्राप्त नहीं कर पा रहे हैं जनता एक तरफ महामारी से मर गई दूसरी तरफ लॉकडाउन खुलने के बाद इस महंगाई ने त्राहिमाम मचा दिया है मध्य प्रदेश से बाहर बिजली की दर अपेक्षाकृत कम है और मध्य प्रदेश सरकार अन्य राज्यों को बिजली विक्रय कर रही है लेकिन मध्यप्रदेश के रहवासियों से कई गुना ज्यादा मूल्य वसूली से शहरी और ग्रामीण जन परेशान हैं यहां तक की 2 महीने से जो ऑफिस दफ्तर बंद पड़े थे उनके बिजली बिल भी चौकानेवाले आए हैं ग्रामीण अंचल में जहां 100 से ₹200 के बीच बिजली बिल आया करता था वह कोरोना काल के बाद आसमान छू रहा है बिजली में भारी कटौती की जा रही है उसके बावजूद जनता से जबरन बिल वसूला जा रहा है ना देने की स्थिति में बिजली अधिकारियों द्वारा अदालत में इस्तगासा दायर कर दिया जाता है जिसकी जानकारी बिजली उपभोक्ता को ना होने के बावजूद पुलिस द्वारा मुहिम चलाकर गिरफ्तारी की जाती है जबकि लाकडाउन के दौरान आम जन की कमाई का जरिया पूरी तरह ठप्प पड़ा रहा ऐसी परिस्थिति में घरेलू उपयोग के विद्युत उपभोक्ताओं का कोरोना काल के दौरान बिजली का बिल सरकार तत्काल माफ करे और आमदनी आज भी जस की तस बनी हुई है आय के साधन शून्य हैं लेकिन सरकार मात्र वसूली में ब्यस्त है यह कैसा जुल्म है जहां एक और महामारी का प्रकोप तो दूसरी ओर सरकार की बेरहमी जिस पर शासन और प्रशासन को कुछ सार्थक दिशा निर्देश जारी करना चाहिए क्योंकि कहीं गिरप्तारी का वारंट तो कहीं कुर्की की नोटिस जनता को काफी डरावनी लग रही है कोरोनाकाल में जब राहत देना चाहिए तब ग्रामीण बिजली उपभोक्ताओं को परेशान किया जा रहा है यही कारण है कि आम जन आत्महत्या को मजबूर हो जाता है क्योंकि उसके पास कोई आप्सन नहीं बचता है प्राण त्यागने के अलावा, सरकार आमजन को कुछ राहत प्रदान करने की कोशिश करें अन्यथा समय आने पर जनता सरकार को इसका जवाब जरूर देगी