बेरोजगार श्रमिक काली पट्टी बांधकर पहुंचे कलेक्टर कार्यालय, कहा भूखे मरने की नौबत आ गई
छह माह से कंपनी बंद, जवाबदार प्रशासन व जनप्रतिनिधि भी नहीं सुनने को तैयार
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। युवा मजदूर संगठन के बैनर तले एस कुमार्स लिमिटेड कंपनी के श्रमिक व स्टाफ सदस्य काली पट्टी बांधकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे अपनी समस्याओं से अवगत कराते हुए कलेक्टर के नाम ज्ञापन सौंपा। श्रमिक दुर्गा शंकर शर्मा एवं रणछोड़ पटेल ने हमारी कम्पनी को 1 अप्रैल 2021 से बंद कर दिया गया है, जिससे श्रमिक व स्टाफ सदस्य बेरोजगार हो गए और आर्थिक तंगी से जूझ रहे है। दर-दर भटकने के बाद भी न्याय नहीं मिल रहा है। कंपनी के श्रमिकों ने विगत माह भी हड़ताल कर आंदोलन किया था और ज्ञापन भी सौंपा था, लेकिन कम्पनी प्रबंधन द्वारा न्याय नहीं किया गया। श्रमिकों ने अपनी समस्या बताते हुए ध्यान आकर्षित कराया कि कम्पनी को बिना कोई शासन से परमिशन लिये बंद कर दिया गया एवं श्रमिकों व स्टाफ कर्मचारियों का आज दिनांक तक वेतन नहीं दिया। इस संबंध में कई बार संबंधित जवाबदारों को लिखित में शिकायत भी की गई। लेकिन जिला प्रशासन व स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा श्रमिक हित में कार्यवाही नहीं की गई। श्रमिक व स्टाफ कर्मचारियों द्वारा प्रशासन को ध्यान दिलाते हुए अपने हक की लड़ाई व भूखे मरते हुए पुन: दिनांक 21.10.2021 को श्रमिकों द्वारा एक शांति वार्ता हेतु धरने पर ध्वनि टेरीफैब्स गेट पर बैठे। परन्तु एस कुमार्स लि. कम्पनी प्रबंधक द्वारा श्रमिकों से किसी भी प्रकार की कोई भी चर्चा नहीं की एवं प्रताड़ित करने हेतु पुलिस प्रशासन को बुलाकर श्रमिकों को डराया धमकाया गया। दीपावली का त्यौहार आ रहा है। श्रमिक परिवार की भूखे मरने की नौबत आ गई है। श्रमिक के बच्चे त्यौहार कैसे मनाऐगे। श्रमिकों की दीपावली अंधेरे में काला दिवस के रूप में न मने, इसलिए 380 श्रमिक परिवार के तरफ दया दिखाते हुए उनको सहयोग प्रदान करे और कम्पनी प्रबंधक से संगठन की अति शीघ्र चर्चा करवाई जाए, ताकि श्रमिकों के परिवार में कोई अनहोनी घटना न घटे। शीघ्र ही उचित निर्णय लेते हुए कार्यवाही नही की गई तो श्रमिको द्वारा आमरण अनशन ध्वनी टेरीफैब्स गेट पर बैठ कर आंदोलन किया जावेगा। जिसकी सम्पूर्ण जवाबदारी एस. कुमार्स लि . एवं ध्वनि टेरीफैब्स लि. कम्पनी तथा शासन प्रशासन की रहेगी। इस दौरान बड़ी संख्या में श्रमिक उपस्थित थे।