बंद एस. कुमार्स कंपनी के श्रमिकों की अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू
शीघ्र मांगे नही मानी तो भूख हड़ताल करने की दी चेतावनी
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। बंद एस. कुमार्स लिमिटेड के श्रमिकों व स्टॉफ सदस्यों ने अपनी मांगो को लेकर 23 सितंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। श्रमिक दुर्गा शंकर शर्मा एवं रणछोड़ पटेल ने बताया कि 1 अप्रैल 2021 से कम्पनी को बंद कर दिया गया, जिससे श्रमिक व स्टॉफ सदस्य बेरोजगार हो गए और आर्थिक तंगी से जूझ रहे है। बंद कम्पनी का कार्य ध्वनि टैरफेब्स प्राइवेट लिमिटेड में चल रहा है। जिससे कंपनी के श्रमिकों में आक्रोश व्याप्त है। इस संबंध में श्रमिकों ने 16 सितंबर को ध्वनि टैरफेब्स प्राईवेट लिमिटेड के गेट के सामने प्रदर्शन करते हुए कारखाना प्रबंधन को ज्ञापन सौंपा था और चेतावनी दी थी कि 22 सितंबर तक श्रमिकों के हित में उचित कदम नहीं उठाए गए तो एस. कुमार्स के श्रमिकों व स्टॉफ सदस्य 23 सितंबर से ध्वनि टैरफेब्स कंपनी में गेट के पर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर देंगे। प्रबंधक द्वारा श्रमिकों के हित में कोई उचित निर्णय नहीं लिया गया। श्रमिकों ने गुरुवार से ध्वनि टैरफेब्स प्राईवेट लिमिटेड के गेट के सामने प्रात: से नारेबाजी कर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। कम्पनी द्वारा श्रमिकों को हटाने हेतु डराया व धमकाया गया, लेकिन श्रमिक डटे रहे। श्रमिकों ने कहा कि भले ही कम्पनी प्रबंधक हम पर बुलडोजर चला दे, हमारी जान चली जाए, लेकिन जब तक हमारी मांगे पूरी नही होती हम डटे रहेंगे। समय आने पर भूख हड़ताल पर भी जायेंगे।
कंपनी के श्रमिकों ने मांग की है कि इस कंपनी का पूरा कार्य एस.कुमार्स कम्पनी चालू कर वहीं करवाया जावें। यदि कम्पनी चालू नहीं करना चाहते है तो श्रमिकों का पूरा पैसा देकर उनका हिसाब करे। सोसायटी का करीब 12,00,000/ - रूपये जमा नहीं करवाया वह भी अति शीघ्र जमा किए जाए। जो श्रमिक व स्टॉफ कार्य छोड़ चुके है उनकी ग्रेच्युटी करीब 62,00,000 / रूपये जो आपके द्वारा नहीं दिया गया उसे अति शीघ्र दिलाया जावें। स्टॉफ, परिवार का बोनस वर्ष 2019-20 का दिलाया जाए और यदि आपको कंपनी एस.कुमार्स नहीं चलानी है तो ग्रज्यूटी एवं छटनी मुआवजा तथा अन्य हित लाभ देकर श्रमिकों व स्टॉफ परिवार को सह सम्मान विदाई दी जावें। इस दौरान सुभाष चौधरी, पवन चौधरी, मानसिंह धाकड़, रामविलास वर्मा, मुंशी खान, जगदीश बोंदा जी सहित बड़ी संख्या में श्रमिक व स्टॉफ के सदस्य उपस्थित थे।