*20 शाल से सींची पार्टी को यूं ही नहीं छोडूंगा, पार्टी मेरे धैर्य की परिक्षा ले रही है: नरेन्द्र विरथरे।*
रविवार 3 अगस्त को पूर्व विधायक एवं राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त नरेन्द्र बिरथरे ने परिवार परामर्श बैठक बुलाई जिसमें उनके सभी कार्यकर्ता और समर्थकों ने बड़ चढ़ कर भाग लिया। अहम मुद्दों पर हुई चर्चा।
KTG समाचार शिवपुरी ब्यूरो रिंकू पंडित की रिर्पोट=
शिवपुरी: शिवपुरी चुनावी हलचल जोरों पर चर्चा में बनी हुई है अभी तक भाजपा के 7 बड़े नेता कांग्रेस में जा चुके हैं और आगे भी ये सिलसिला बना हुआ है। ये सभी जानते हैं पोहरी विधान सभा क्षेत्र जातिवाद का गड़ बना हुआ है। एक समाज को पूर्ण फायदा मिल रहा है तो अन्य समाज न्याय, सुबधाओं से वंचित है ऐसा आए हुए नरेंद्र बिरथरे समर्थकों ने कहा।
*नरेंद्र बिरथरे ने अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए निम्न बातें शेयर की=*
*मुझे लोगों ने यादव, गड़रिया, रावत, परिहार, प्रजापति, ओझा आदि समाज का नेता कहा जाने लगा था क्यों कि मैने समाज बाद को नहीं पाला था।
*मैने समाज बाद से उठकर काम किया है सायद इसी वजह से मेरे अपने रिश्तेदारों के रिश्तों में खटास आई।
* मैने समाज के दवे, कुचले, गरीबों की आवाज बना हूं और आज भी बदे, कुचले, गरीबों की आवाज बनता रहूंगा क्यों कि टाइगर अभी जिंदा है। अन्याय अत्याचार नहीं सहेगा पोहरी विधान सभा।
* आज स्तिथि यह निर्मित हो गई कि जमीन की रजिस्ट्री किसी की और कब्जा किसी का। और आज के नेता कब्जा धारियों को सरक्षण दे रहे हैं।
*पोहरी विधान सभा में जातिबाद चरम सीमा पर है और एक जाति विशेष को सरक्षण दिया जा रहा है साथ ही उन्ही के हर वर्ग में अधिकारी बिठा लिए है जो जनता पर अपनी मनमानी ठोक रहे हैं।
* मुझे 2003 से टिकेट नहीं दिया गया है पार्टी मेरे धैर्य की अग्नि परीक्षा ले रही है।
* इतनी छोटी सी बात के लिए नहीं छोडूंगा भाजपा चाहे मुझे अपने वरिष्ठ पदाधिकारियों से चर्चा क्यों न करना पड़े। क्यों कि 20 शाल से मैने पार्टी को सींचा है।
* जो भी मैं आत्म विश्वास और निडरता के साथ बोल रहा हूं बो दम मुझे आप सर्व समाज के कार्यकर्ताओ और मेरी पोहरी विधान सभा की जनता से आई है।
*बिरथरे कार्यकर्ताओ और समर्थकों ने भी कहा=*
* हम ही नहीं बल्कि पूरी पोहरी विधान सभा क्षेत्र जानता है आपके कार्यकाल में जाति विशेष को महत्त्व नहीं दिया जाता था न ही किसी के साथ अत्याचार, अन्याय बाली ख़बरें सामने आई थीं परंतु अब सब कुछ बदल गया है और हमें इस जाति बाद के दंदल मात्र नरेंद्र बिरथरे ही निकाल सकता है।
* अगर पार्टी ने आपको टिकेट नहीं दिया तो हम ईंट से ईंट बजा देंगे और पार्टी ही गिरा देंगे।
* कार्यकर्ताओं ने कहा हम तन, मन, धन से आपके साथ खड़े हैं और हमेशा आपके साथ खड़े रहेंगे।
* अगर पार्टी आपकी वर्षो से परीक्षा ले रही है तो हम भी पार्टी को बता देंगे कि हमारा नेता कैसा हो नरेन्द्र बिरथरे जैसा हो। चाहे इसके लिए हमें भोपाल कूंच क्यों न करनी पड़े।
* पार्टी कार्यकर्ताओ ने कहा थानों पर आम जनता की सुनबाई नहीं होती, कोई भी दुनियां का मामला हो पुलिस हर काम में इंटरफेयर करती है चाहे राजस्व मामला हो या आबकारी या खनन और उनका सरक्षण नेता करते हैं जिससे हम त्रस्त आ चुके हैं। हमारी कोई सुनबाई नहीं है।
और भी तमाम मुद्दे चर्चा में उठे जिन पर गंभीरता से विचार करना एक आम आदमी की जरूरत बन गई है।