आमरण अनशन पर बैठे भामसं के पदाधिकारियों की हालत दिनो दिन बिगड़ रही
- कोई जवाबदार अधिकारी व जननेता नही पहुंचा हालचाल जानने
देवास। ड्रग्स एंड सनफार्मा कम्पनी द्वारा किए जा रहे श्रमिकों के शोषण के विरोध में भारतीय मजदूर संघ से संबंद्ध ड्रग्स एंड सनफार्मा मजदूर संघ के दो वरिष्ठ पदाधिकारी विगत चार दिनों से अन्न-जल त्यागकर आमरण अनशन पर बैठे हुए है, जिससे हालत दिनो दिन बिगड़ रही है। अडिय़ल रवैय्ये के कारण कोई उचित निर्णय कम्पनी प्रबंधन ने नही लिया। संघ के मनीष ओझा ने बताया कि 17 अगस्त से संघ का धरना प्रदर्शन और 22 अगस्त से आमरण अनशन चल रहा है। जिसमें संघ के महामंत्री ज्ञान सिंह ठाकुर एवं अध्यक्ष भारत सिंह खींची श्रमिक हित के लिए आमरण अनशन का हिस्सा बने हुए है। दोनो वरिष्ठ पदाधिकारियों की दिनो दिन तबीयत बिगड़ती जा रही है, लेकिन स्थानीय जिला प्रशासन, विधायक, सांसद और जवाबदार जनप्रतिनिधियों ने इस धरना प्रदर्शन में आना उचित नही समझा। देवास सहित प्रदेश व केंद्र में भाजपा की सरकार है, लेकिन भाजपा के शासनकाल में श्रमिकों का खुलेआम बड़ी कंपनियों द्वारा शोषण किया जा रहा है। विगत 9 दिनों से एबी रोड स्थित मण्डुक पुष्कर पर धरना चल रहा है। लेकिन कोई जवाबदार अधिकार व जननेता हालचाल जानने नही पहुंचा। हालत बिगड़ता देखे धरना स्थल पर भामसं प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व पूर्व प्रदेश महामंत्री एलएन मारू, पूर्व जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश रघुवंशी, विभाग प्रमुख अजय उपाध्याय, बिजली कर्मचारी संगठन के प्रदेश महामंत्री सुशील कुमार पाण्डेय, महेन्द्र कुमार परिहार सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी पहुंचे और हालचाल जाना। संघ की मांग है कि जिन श्रमिकों को नवीन यूनियन गठन करने के कारण नौकरी से निकाला है, उन्हें नौकरी पर वापस लिया जाए। सन फार्मा प्रबंधक एवं मान्यता प्राप्त प्रतिनिधि संघ (पॉकेट यूनियन) द्वारा वेतन वृद्धि समझौता 25.6.2021 में अवैध तरीके से स्थाई श्रमिकों की नियुक्ति के समय मिलने वाला परिवर्तनशील महंगाई भत्ता बंद कर दिया गया जिसे तत्काल चालू किया जाए। श्रमिकों की वेतन वृद्धि असमान रूप से की गई है जबकि सभी श्रमिकों का कार्य निर्धारित एवं समान है। इसलिए सभी श्रमिकों की वेतनवृद्धि समान रूप से की जाए। कम्पनी में संघों का निर्वाचन कराया जाए।