देवास जिले में खिवनी अभ्यारण द्वारा पालतू पशुओं को बीमारियों से बचाने, टीकाकरण कैंप का किया जा रहा है आयोजन
देवास जिले में खिवनी अभ्यारण द्वारा पालतू पशुओं को बीमारियों से बचाने, टीकाकरण कैंप का किया जा रहा है आयोजन
देवास जिले में खिवनी अभ्यारण द्वारा पालतू पशुओं को बीमारियों से बचाने, टीकाकरण कैंप का किया जा रहा है आयोजन
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास । वन्य प्राणी अभ्यारण्य खिवनी से लगे ग्रामीण क्षेत्र में पालतू पशुओं को काला ज्वर, गला घोटू एवं खुरपका मुंह पका बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण कैंप का आयोजन किया जा रहा है। टीकाकरण का मुख्य उद्देश्य अभ्यारण के आस पास 2-3 किमी की परिधि में फैले गांव जिनके पशु चराई के लिए अभ्यारण के जंगल पर निर्भर है, के पालतू पशुओं को टीकाकरण कर बीमारियों से सुरक्षित करना है। ताकि पालतू पशुओं की बीमारियों वन्य प्राणियों में ना फैले।
अधीक्षक खिवनी राजेश मंडावलिया द्वारा बताया गया कि अभ्यारण के आस पास ग्रामीण क्षेत्र के पालतू पशु चराई के लिए अभ्यारण के जंगल में प्रवेश करते हैं। जिसके कारण वन्य प्राणियों में भी पालतू पशुओं की बीमारी फैलने का डर बना रहता है। इन क्षेत्रों में टीकाकरण होने से पालतू पशुओं के साथ साथ वन्य प्राणी भी सुरक्षित रहते हैं। 3-4 हजार पशुओं का होगा टीकाकरण पालतू पशुओं के टीकाकरण अभियान के तहत कन्नौद एवं खातेगांव तहसील के ग्राम भिलाई, ओंकारा, सातल, कोलारी, नंदादाई, कंकरदी, कालीबाई, रिची खो, पटरानी एवं नीवारदी आदि ग्राम में पशुओं का टीकाकरण पशुपालन विभाग के सहयोग से किया जा रहा है।
बिना टीकाकरण कराए पालतू पशुओं के अभ्यारण क्षेत्र में प्रवेश पर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कार्यवाही होगी। कैंप एवं ग्रामीण क्षेत्र में प्रचार-प्रसार के माध्यम से वन विभाग द्वारा समस्त ग्रामवासीयो को सूचित किया गया है कि अपने पालतू पशुओं को बढ़ चड़ कर टीकाकरण अभियान के तहत बीमारियों से बचाव का टीका लगवाए। बिना टीकाकरण के पशु अभ्यारण क्षेत्र में चराई करते पाए जाने पर पशु मालिक पर वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम के तहत कानूनी कार्यवाही की जाएगी।