समाज के इतिहास से हुई छेड़छाड़ के विरोध में अभा गुर्जर महासभा ने सौंपा ज्ञापन

समाज के इतिहास से हुई छेड़छाड़ के विरोध में अभा गुर्जर महासभा ने सौंपा ज्ञापन

समाज के इतिहास से हुई छेड़छाड़ के विरोध में अभा गुर्जर महासभा ने सौंपा ज्ञापन
समाज के इतिहास से हुई छेड़छाड़ के विरोध में अभा गुर्जर महासभा ने सौंपा ज्ञापन
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। अखिल भारतीय गुर्जर महासभा ने समाज के इतिहास में हुई छेड़छाड़ के विरोध में नारेबाजी कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। महासभा जिलाध्यक्ष मनोहर सिंह कराड़ा ने बताया कि प्राचीन काल से भारत में सभी जातियां मिलजुलकर रहती आ रही है। हिंदू धर्म एक पुष्प है और जातियां उस पुष्प की रंग बिरंगी पंखुडिय़ां है। हर जाति का अपना अस्तित्व है, स्वाभिमान है, गरिमा है और महापुरुष है। गुर्जर समाज एक राष्ट्रभक्त समाज है। गुर्जर सदा से ही देश और धर्म के लिए लड़ते, मरते और मिटते रहे हैं। देश की आजादी की लड़ाई में भी गुर्जरों ने सर्वाधिक बलिदान किया है। जम्मू कश्मीर के देशभक्त गुर्जर आज भी देश की ढाल बनकर पाकिस्तान के मकसद पर पानी फेर रहे हैं। सरकारी इतिहास में स्पष्ट लिखा है कि मिहिर भोज गुर्जर प्रतिहार थे। श्री राजपूत करणी सेना के पदाधिकारी हमारे इतिहास में दखल दे रहे हैं। उनका कहना है कि क्षत्रिय केवल राजपूत है। वो भूल गये हैं कि क्षत्रिय एक जाति नहीं बल्कि वर्ण है। क्षत्रिय का मतलब होता है जो देश, धर्म और जनता की रक्षा और सुरक्षा करे। करणी सेना द्वारा केवल राजपूतों को क्षत्रिय मानने से दूसरी जातियों जैसे गुर्जर, मराठा, जाट, अहीर, पाटीदार, खाती आदि के साथ देश की सेना और पुलिस की भावनाएं आहत हुई हैं। विगत दिवस दादरी जिला गौतमबुद्ध नगर उप्र मे गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की प्रतिमा अनावरण में करणी सेना ने विरोध किया और मुरैना में हमारे आराध्य भगवान श्री देवनारायण जी, गायत्री माता, पटिया वाले बाबा और सम्राट मिहिर भोज के चित्र लगे पोस्टर फाड़ दिए जिससे हमारी धार्मिक भावना आहत हुई है। छतरपुर में करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने यादव समाज को सरेआम गालियां दी है। वीर तेजाजी महाराज जाट समाज में जन्मे थे जिन्हें राजपूत समाज का बताया जा रहा है। करणी सेना द्वारा कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के नाम की फर्जी पेपर कटिंग बनाकर सोशल मीडिया पर डाली गई है। इन सब कृत्यों को देखते हुए हम यह मांग करते हैं कि जो संगठन समाज का ताना-बाना नष्ट करने का काम करता है, अराजकता फैलाता है और दूसरों की धार्मिक भावनाएं आहत करता है ऐसे संगठन को प्रतिबंधित किया जाना जरूरी है। महासभा ने मांग की है कि श्री राजपूत करणी सेना को प्रतिबंधित किया जाये और जिन असामाजिक तत्वों ने हमारे देवी देवताओं के चित्र फाडऩे की गुस्ताखी की है उन्हें अतिशीघ्र गिरफ्तार किया जाकर कड़ी सजा दी जाए। समाज के लोगों को बिना कारण जहां जहां गिरफ्तार किये हैं चाहे ग्वालियर हो या दादरी सभी को अति शीघ्र रिहा किए जाए। और गुर्जर समाज के गौरवशाली इतिहास में किसी भी प्रकार की छेड़छाड़ नहीं की जाए अन्यथा हम राष्ट्रव्यापी आंदोलन करेंगे। ज्ञापन के दौरान सागरमल चांदना, सुरेश सिंह चांदना समसखेडी, लोकेश गुर्जर युवा जिलाध्यक्ष, छोटूसिह गुर्जर पार्षद, गोविंद गुर्जर, उदयसिंह कराड़ा, लाड़सिह गुर्जर, कमल गुर्जर, निर्भय सिंह कराड़ा, संतोष मंडलोई, पिंटुजी गुर्जर, बसंत गुर्जर, मयंक गुर्जर, राधेश्याम छावडी, रतन सिंह छावडी, फूल सिंह सिंगर, मानसिंह गुर्जर, बाबुलाल पंडा जी, राजेंद्र सरपंच, कमल सिंह सरपंच, अंकुर गुर्जर, देव सिंह गुर्जर, कालुसिह गुर्जर, बाराराम गुर्जर, अर्जुन गुर्जर, दिलीप गुर्जर, बाबूलाल गुर्जर, अर्जुन गुर्जर, सौदान सिंह गुर्जर, राजु गुर्जर कलमा, राजेन्द्र गुर्जर, सुमित गुर्जर, गोविंद गुर्जर, कालू सिंह गुर्जर, रंजीत गुर्जर, अर्जुन गुर्जर, रवि गुर्जर, जिगर गुर्जर, कमल सिंह गुर्जर, माधव सिंह गुर्जर, मोहन गुर्जर, संतोष गुर्जर, अजय गुर्जर, संजय गुर्जर, राम सिंह गुर्जर, लोकेंद्र सिंह गुर्जर, जगदीश गुर्जर, मनीष गुर्जर, अर्जुन गुर्जर, विकास गुर्जर, राजेंद्र सिंह गुर्जर, अनिल गुर्जर सहित बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।