टोकन कटवाने में किसानों का घिस गया चप्पल

टोकन कटवाने में किसानों का घिस गया चप्पल

परेशान किसान

कौशल सोनी, केटीजी समाचार

कांकेर। फड़ प्रभारी के मनमानी से किसान परेशान है और धान के टोकन कटवाने रोजाना सुबह छह बजे से शाम सात बजे तक संगहण केंद्रों का चक्कर लगा रहे है, जिससे किसानों के पैरों का चप्पल तक घिसकर पतला हो चुका है। उल्लेखनीय है कि बांदे लैंपस के अंतर्गत पीवी 78 धान खरीदी केंद्र में इन दिनों किसानों को अपना मेहनात की फसल यानि धान बेचने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण जगदीश सरकार ने कहा कि टोकन कटवाने के लिए लाइन लगाया जाता है, सभी को अपनी मेहनत का फसल बेचने के लिए व्यस्तता रहती है। एक दिसंबर 21 से धान बेचने के लिए पट्टा को लाइन लगवया ताकि मैं भी शुरू में बेच सकूं। मगर फाड़ प्रभारी अपने करीबियों को फायदा पहुंचने के उद्देश्य से पहले टोकन काट दिया। आज दिनांक तक भटक रहा हूं, ग्रामीण विष्णु कायल, विश्वनाथ शाना ने बताया कि मैंने टोकन कटवाया। मेरा लाइन में 191 नंबर पर था मगर मेरा टोकन कैंसल हो गया बोलकर आज 200 टोकन काट चूका है। पर मेरा टोकन नहीं काटा। मैं प्रतिदिन धान को बेचने के लिए फाड़ का चक्कर लगाकर चप्पल घिसवा दिया हूं जबकि कोचियों का धान बराबर ख़रीदा जा रहा है। ज्ञात हो कि लगातार पीवी 78 धान खरीदी केंद्र का शिकायत प्राप्त होने के बावजूद संबंधित अधिकारी मौन धारण किये हैं। पीवी 78 के किसान संतोष मंडल का टोकन 28 दिसंबर 2021 को काटा गया था, मगर फड़ प्रभारी के दुर्व्यवहार से किसान का धान निश्चित दिनांक में खरीदी नहीं की गई। जिस पर व्यथित होकर किसान ने 29 दिसंबर 2021 को बांदे लैंम्प्स प्रबंधक को लिखित शिकायत किया था। लगातार फाड़ प्रभारी के मनमाने रवैय्या से सभी किसान परेशान है। अधिकारी फड प्रभारी पर मेहरबान है। इस संबंध में बांदे लेंपस प्रबंधक मानिक ने बताया कि फ़ोन के माध्यम से फड़ प्रभारी की शिकायत प्राप्त हुई है। फड प्रभारी को 10-15 दिन पहले का दिनांक देकर टोकन काटने कहा गया था किसानों से दुर्व्यवहार नहीं करना है, यह गलत बात है, इसकी जानकारी लिया जाएगा। जिस किसान का टोकन नहीं काटा जा रहा है, वह मुझ से मुलाकात करें मैं स्वयं कटवा दूंगा।

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