उज्जैन में दशहरा पर निकलेगी महाकाल की सवारी, मूर्ति विसर्जन में केवल 10 लोग शामिल हो सकेंगे, जुलूस व आतिशबाजी पर प्रतिबंध

Ktg samachar

देवी दुर्गा की आराधना का पर्व नवरात्रि उत्सव कल खत्म हो जाएगा। इसके बाद दशहरे के दिन भगवान महाकाल की सवारी निकाली जाएगी। शुक्रवार 15 अक्टूबर 2021 अश्विन शुक्ल दशमी को विजयादशमी (दशहरा पर्व) मनाया जाएगा। दशहरे के दिन भगवान श्री महाकाल की सवारी महाकाल मंदिर से शाम 4 बजे निकलेगी।

सभा मंडप में श्री महाकालेश्वर भगवान के पूजन-अर्चन के बाद श्री महाकालेश्वर मंदिर से प्रारंभ होकर दशहरा मैदान जाएगी। वहां शमी के वृक्ष के नीचे बाबा महाकाल का पूजन-अर्चन होगा। पूजन के बाद सवारी श्री महाकालेश्वर मंदिर आएगी। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के प्रशासक गणेश धाकड़ ने बताया कि कोविड – 19 महामारी के चलते व्यवस्था में लगे सभी लोगों को मास्क पहनना होगा। सवारी में सीमित संख्या में अधिकृत व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे।

दशहरा की गाइडलाइन जारी

मनवमी पर्व के साथ नवरात्रि पर्व भी समाप्त हो जाएगा। इसके बाद देवी प्रतिमा विसर्जन किया जाएगा। इसके लिए प्रशासन ने गाइडलाइन जारी कर दी है। प्रतिमा विसर्जन में केवल 10 व्यक्ति ही शामिल हो सकेंगे। इस दौरान किसी भी तरह का जुलूस व रैली प्रतिबंधित रहेंगे। पूजा स्थलों पर 50 % क्षमता के साथ श्रद्धालु शामिल हो सकेंगे। आतिशबाजी व डीजे पर प्रतिबंध रहेगा। गाइडलाइन का पालन नहीं करने वालों पर धारा 188 के तहत कार्रवाई की जाएगी।