मुख्यमंत्री ने वर्चुअल वीर काली बाई मेधावी छात्रा स्कूटी योजना के तहत किया स्कूटी वितरण
मुख्यमंत्री ने वर्चुअल वीर काली बाई मेधावी छात्रा स्कूटी योजना के तहत किया स्कूटी वितरण
बालिकाओं से किया संवाद, मांगे सुझाव, स्कूूटी पाकर खिले चेहरे Ktg समाचार रिपोर्टर नरेश कुमार भोई डूंगरपुर,राजस्थान डूंगरपुर, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को उच्च शिक्षा विभाग की वीर काली बाई मेधावी छात्रा स्कूटी योजना के तहत वर्च्युल कार्यक्रम में मेधावी छात्राओ को स्कूटी वितरण किया। साथ ही बालिकाओं से संवाद कर उनसे बालिका शिक्षा एवं महिला सशक्तिकरण के संबंध में सुझाव भी मांगे। डूंगरपुर जिले में कलेक्ट्रेट के आईटी केंद्र में जिला कलक्टर सुरेश कुमार ओला व मेधावी छात्राएं वीसी के माध्यम से कार्यक्रम से जुड़े। इस मौके पर मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार अनेक कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से बालिका शिक्षा एवं महिला सशक्तिकरण के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। बालिकाओं की शैक्षिक प्रगति के लिए विगत दो वर्षो में 32 बालिका महाविद्यालय खोले गये है। इस अवसर पर उन्होंने विभिन्न जिलों की पुरूस्कृत बालिकाओं से संवाद किया तथा सुझाव आमंत्रित करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। डूंगरपुर जिला कलक्टर ओला ने भी मेधावी छात्राओं को वीसी कक्ष में प्रतीकात्मक रूप से स्कूटी की चाबी सौंपी। इसके बाद महाविद्यालय में कुल 15 मेधावी बालिकाओं को जिसमें से वीर काली भाई मेधावी छात्रा स्कूटी योजना में 11 बेटियों तथा देव नारायण स्कूटी योजना में चार बेटियों को स्कूटी का वितरण किया गया। सर आप बताईये आप कलक्टर कैसे बने: आईटी केंद्र डूंगरपुर में स्कूटी वितरण में पहुंची मेधावी बालिकाओं से जिला कलक्टर ओला ने संवाद कर उनके लक्ष्य तथा उसके संदर्भ में चल रही तैयारियों के बारें में जानकारी ली। इस पर बालिकाओं ने अलग-अलग लक्ष्य बताते हुए जिला कलक्टर ओला से पुछा कि सर आप बताये आप कलक्टर कैसे बने। इन मासूम और जिज्ञासा भरे सवालों पर जिला कलक्टर ओला ने भी पूरी आत्मीयता को बचपन से लेकर कलक्टर बनने तक के सफर के बारें बताया तथा साधारण से गांव के परिवेश से भी उच्च लक्ष्य तक पहुंचने के लिए जुनून और मेहनत की आवश्यकता पर बल देते हुए प्रेरित किया। इस मौके पर छात्राओं ने बताया कि प्रशासनिक सेवाओं के लिए मार्गदर्शन का अभाव होने की बात कही। इस पर जिला कलक्टर ओला ने शीघ्र ही प्रशासनिक एवं अन्य प्रतियोगी परिक्षाओं के लिए सेमिनार आयोजित करने की बात कही। इस पर बालिकाओं ने प्रसन्नता व्यक्त की। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रोफसर डॉ जितेन्द्र तथा अन्य प्रोफसर मौजूद रहें।