बैराड़ नगर की संधिग्थ पैथोलॉजीयों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं, बड़े - बड़े अधिकारी भी हैं इसमें शामिल, जांच की मांग करने पर सीएमएचओ अधिकारी ने पैथोलॉजी का किया बचाव: रिंकू पंडित KTG समाचार शिवपुरी एमपी

संजीवनी पैथोलॉजी कई दिनों से संदेह के घेरे में हैं जब कोई कारवाही नहीं हुईं तो रिपोर्टर को ही दे डाली सीएमएचओ अधिकारी ने नसीहत " आपका क्या हक है, हम आपके नौकर नहीं, क्यों दे जानकारी।" वॉयस रेकॉर्डिंग में आई सारी बात।

बैराड़ नगर की संधिग्थ पैथोलॉजीयों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं, बड़े - बड़े अधिकारी भी हैं इसमें शामिल, जांच की मांग करने पर सीएमएचओ अधिकारी ने पैथोलॉजी का किया बचाव: रिंकू पंडित KTG समाचार शिवपुरी एमपी
संजीव पैथोलॉजी बैराड़
बैराड़ नगर की संधिग्थ पैथोलॉजीयों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं, बड़े - बड़े अधिकारी भी हैं इसमें शामिल, जांच की मांग करने पर सीएमएचओ अधिकारी ने पैथोलॉजी का किया बचाव: रिंकू पंडित KTG समाचार शिवपुरी एमपी
बैराड़ नगर की संधिग्थ पैथोलॉजीयों पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं, बड़े - बड़े अधिकारी भी हैं इसमें शामिल, जांच की मांग करने पर सीएमएचओ अधिकारी ने पैथोलॉजी का किया बचाव: रिंकू पंडित KTG समाचार शिवपुरी एमपी

संजीवनी पैथोलॉजी लैब बैराड़,बहुत दिनों से आरोपों से घिरी हुई है, पैथोलॉजी के संचालक संजीव उर्फ संजू जो सरकारी अस्पताल में लैब सहायक पद पर है। पैथोलॉजी पर नाम डॉक्टर ए धाकड़ लिखा हुआ है जब पत्रकार संघ को खबर मिली की इनकी जांच पर किसी के हस्ताक्षर नहीं है यहां तक की अस्पताल के डॉक्टर अस्पताल की जाचों को छोड़कर संजीवनी पैथोलॉजी की जांच करवाने लिखते हैं इतनी खबर सुनने के बाद तुरंत संजीवनी पैथोलॉजी के संचालक संजू भैया ने लैब संचालक ए के मॉर्य को जून 2021 में बना दिया जो रिटायर डॉक्टर है, जबकि लॉक डाउन में इनकी दुकान फर्जी तरीके से चल रही है इसलिए सीएमओ और तहसीलदार साहब बैराड़ द्वारा शील कर दी गई थी फिर अब कैसे खुल गई जब बहुत दिनों से खबरें लगने के बाद कोई कार्यवाही नहीं हुई तो हमारे रिपोर्टर ने सीएमएचओ अधिकारी से बात की कि सर बैराड़ cl/3473 पंजीयन क्रमांक किसके नाम से है और आपने कोई कारवाही अब तक क्यों नहीं की तो cmho अधिकारी ने रिपोर्टर को नसीहत दे डाली कि "हम आपके नौकर नहीं है जानकारी क्यों दे तुमको पता नहीं तुम किससे बात कर रहे हो आपकी क्या जिम्मेदारी है जांच हो या ना हो" cmho अधिकारी ने करवाही के नाम से पल्ला झाड़ लिया क्या बड़े बड़े अधिकारी भी इसमें मोटी रकम खाते हैं ? क्यों संजू भैया का 15 साल से आज तक कहीं ट्रांसफर नहीं हुआ है क्या बैराड़ कमाई का अच्छा केंद्र है। जबकि बैराड में इतने दिनों तक कोई कर्मचारी नहीं रुका। और बता दें कि पैथोलॉजी में cbc आदि जांचो के लिए कोई मशीन तक नहीं है सब गड़बड़ गोटाला चल रहा है। इसी बीच किसी गलत रिपोर्ट के भरोसे कोई हादसा होता है तो कौन जिम्मेदार होगा, सासन - प्रशासन का कोई ध्यान नहीं।

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