23 दिनों के बाद एमएमसीएच मेदिनीनगर से स्वस्थ होकर अपने घर लौटे रामु यादव

1 मिनट के लिए भी बंद नहीं हुई ऑक्सीजन सप्लाई: रामु यादव

23 दिनों के बाद एमएमसीएच मेदिनीनगर से स्वस्थ होकर अपने घर लौटे रामु यादव

KTG समाचार निखिल सिन्हा पलामू झारखंड

52 ऑक्सीजन लेवल पर 25 अप्रैल 2021 को हुए थे भर्ती, आज हुए डिस्चार्ज

झारखंड सरकार, जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद: रामु यादव

25 अप्रैल 2021 को ऑक्सीजन लेवल 52 था, सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। हमको एमएमसीएच में भर्ती होना पड़ा। जिस दिन भर्ती हुए थे उस दिन हालत बहुत खराब था।_
एमएमसीएच में हम 23 दिन रहे। यहां 23 दिनों तक 1 मिनट के लिए भी ऑक्सीजन का सप्लाई बंद नही हुआ। झारखंड सरकार, जिला प्रशासन तथा एमएमसीएच के डॉक्टर तथा कर्मियों के वजह से आज हम स्वस्थ होकर अपने घर लौट रहे हैं।

उक्त बातें 23 दिनों तक कोरोना से लड़कर उसे मात देने के बाद  रामु यादव ने कही। वे आज एमएमसीएच अस्पताल से डिस्चार्ज होकर अपने घर की ओर प्रस्थान कर रहे थे। 

55 वर्षीय रामू यादव की तबीयत 22 अप्रैल 2021 को अचानक से बिगड़ी। उन्होंने अपना करोना जांच कराया कोरोना जांच में पॉजिटिव पाए गए। 25 तारीख को उनका ऑक्सीजन लेवल 52 तक पहुंच गया था। आनन-फानन में परिजनों ने एमएमसीएच, पलामू में उन्हें भर्ती कराया। अस्पताल में भर्ती होने के बाद स्वास्थ विभाग तथा जिला प्रशासन के द्वारा त्वरित कार्रवाई करते हुए उन्हें ऑक्सीजन युक्त बेड दिया गया। 

जिला प्रशासन के पदाधिकारी तथा एमएमसीएच के डॉक्टर तथा कर्मी लगातार रामु यादव की मॉनिटरिंग कर रहे थे। रामू यादव ने बताया कि ऑक्सीजन तथा दवाइयों के साथ-साथ एमएमसीएच के डॉक्टर तथा कर्मी हमको मानसिक रूप से भी खुश रखने की कोशिश कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इन 23 दिनों में 1 मिनट के लिए भी ऑक्सीजन सप्लाई बंद नहीं हुआ। इसके लिए उन्होंने झारखंड सरकार, जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद कहा। डिस्चार्ज होने के वक्त उन्होंने बताया कि अब वह बिल्कुल स्वस्थ महसूस कर रहे हैं। वे आज अपने घर एमएमसीएच से जुड़ी सुखद यादें लेकर जा रहे हैं। 

  क्या कहते हैं उपायुक्त-

पलामू उपायुक्त शशी रंजन ने रामू यादव को बधाई देते हुए उनकी कुशलता की कामना की। उन्होंने कहा कि रामू यादव ने 23 दिनों तक कोरोना से लड़ाई की तथा उसको मात दिया। हमें कोरोना से इसी तरह दृढ़ता पूर्वक लड़ने की आवश्यकता है। कोरोना हो जाने पर  नकारात्मक सोच से बचने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पलामू जिले में ऑक्सीजन युक्त बेड की कमी नहीं है। मरीज को अगर समय पर अस्पताल में भर्ती कराया जाए तो मरीज स्वस्थ होकर अपने घर लौट सकेंगे। उपायुक्त ने कहा कि वर्तमान में एमएमसीएच में और भी बेडों को ऑक्सीजन युक्त बनाने को लेकर कवायद जारी है।