प्रशासन द्वारा हटाए गए मंदिर पर पुनः: स्थापित की पंचमुखी हनुमान जी की प्रतिमा
- विधिवत रूप से प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा और मंदिर निर्माण को लेकर सौंपेंगे ज्ञापन
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। श्रद्धालुओं की आस्था का सबसे बड़े प्रतिक हनुमान मंदिर को बीते वर्ष नगर निगम प्रशासन द्वारा मंदिर को ध्वस्त कर वहां स्थापित भगवान हनुमान की प्रतिमा को हटा दिया गया था। जिसके बाद से ही हिंदू संगठनों व श्रद्धालुओं में स्थानीय प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त था। प्रशासन द्वारा मंदिर हटाए जाने के बाद से ही श्रद्धालु काफी समय से उसी स्थान पर पुन: मंदिर निर्माण की मांग करते आ रहे थे। जिसके चलते हिंदूवादी नेताओं ने फिर से हनुमान जी की प्रतिमा उसी स्थान पर स्थापित की। उज्जैन रोड़ अभिनव टॉकीज के पास स्थित हनुमान मंदिर पिछले कई वर्षों से विवाद की स्थिति में है। हिंदू महादर्शन की प्राचीन धरोहर हनुमान मंदिर जो पिछले कई दिनों से चर्चाओं में है। कांग्रेस शासनकाल में नगर निगम आयुक्त द्वारा तोड़े गए मंदिर पर भगवान हनुमानजी की मूर्ति पुन: स्थापित की गई। हालांकि मंदिर पर स्थानीय हिंदूवादी नेताओं ने कुछ दिन पूर्व भगवान हनुमान की प्रतिमा पर किसी प्रकार का निर्माण नहीं किया गया, लेकिन मूर्ति स्थापित कर पूजा अभिषेक की गई। जैसा की विदित है कि हिंदू धर्म के मंदिर संस्कृति और संस्कार का प्रचार कर लोगों के अंदर धर्म संस्कारित स्थापित करने का कार्य करते हैं। इतना प्राचीन हनुमान जी का मंदिर तोड़ा गया और अभी तक उस मंदिर को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया गया, ऐसी स्थिति में कुछ हिंदूवादी चेहरे हैं जो कि देश में हिंदुत्व का कार्य करते हैं उनके द्वारा इस मूर्ति की स्थापना की गई और जिला कलेक्टर से विधिवत रूप से मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा और मंदिर निर्माण को लेकर 20 दिसंबर, सोमवार को ज्ञापन देते हुए चर्चा करेंगे। इस दौरान सोनू सोनोने, रवि सांगते, सुशील सोनोने, विनय पंडित, राहुल भाटी, संदीप भद्वारा ने हनुमान जी की प्रतिमा स्थापित की।