मारपीट व लूट की रिपोर्ट नहीं लिखते हुए भूमि पर कब्जा करने वालों को दिया जा रहा संरक्षण

मारपीट व लूट की रिपोर्ट नहीं लिखते हुए भूमि पर कब्जा करने वालों को दिया जा रहा संरक्षण

मारपीट व लूट की रिपोर्ट नहीं लिखते हुए भूमि पर कब्जा करने वालों को दिया जा रहा संरक्षण
मारपीट व लूट की रिपोर्ट नहीं लिखते हुए भूमि पर कब्जा करने वालों को दिया जा रहा संरक्षण
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। जिले की सोनकच्छ तहसील के ग्राम मुरम्या निवासी कृपाल सिंह पिता फूल सिंह सेंधव ने आरोप लगाते हुए बताया कि पीपलरावां टी.आई. द्वारा मारपीट व लूट की रिपोर्ट नही लिखी गई और भूमि पर जबरन कब्जा करने वाले अपराधियों को संरक्षण प्रदान किया जा रहा है। जिसकी शिकायत कृपाल सिंह ने 13 सितंबर को भी कलेक्टर से की थी। कृपाल सिंह ने मंगलवार को जनसुनवाई में पुन: कलेक्टर को आवेदन सौंपा। शिकायतकर्ता ने बताया कि मेरे नाम से ग्राम मुरम्या तहसील सोनकच्छ में शामलात खाते की भूमि है, जिसके संबंध में दिवानी दावा सोनकच्छ न्यायालय में चल रहा है। न्यायालय में मुकदमा चलने के दौरान मेरे पिताजी के कब्जे की जमीन सहखातेदार रम्भाबाई व रचना बाई ने नाबालिग की जमीन होते हुए बबलु हाडा, राजमल हाडा, अर्जुन हाडा और राजेन्द्र पिता रायसिंह सेंधव को विक्रय कर दी। विक्रय रजिस्ट्री के आधार पर नामांतरण की कार्यवाही चल रही थी तथा पिछले चार-पांच वर्ष से क्रेताओ ने कब्जा नही किया था, लेकिन दिनांक 14/08/2021 को मेरे पिता के नाम व कब्जे वाली भूमि पर बबलु हाडा, राजमल हाडा, अर्जुन हाडा, राजेन्द्र सिंह व उसके लडक़े ने जबरन कब्जा करने की नियत से पीपलरावां से मुरम्या के लिए बस में बैठा था तो आकर मेरा पकड़ लिया और मेरे साथ मारपीट की और मेरी जेब से 2000/- रूपये ले लिए। उक्त मामले की रिपोर्ट पीपलरावां थाने में जाकर टी.आई. से लिखने का बोला तो बोले कि रिपोर्ट नहीं लिखूंगा और लिखूंगा भी तो साधारण मारपीट की लिखूंगा, लूट की रिपोर्ट नहीं लिखूंगा। टी.आई. की सह पर इन लोगों ने स्कूल से लगी हुई दक्षिण दिशा के मेरे कब्जे की जमीन पर जबरन तार और खंभे रात में लगा दिये और बोले कि कोई भी तार व खंभे लगाने आये तो उसे जान से खत्म कर दो। मैंने इस घटना की शिकायत एस.पी. से भी की है। उसके बाद भी स्थानीय पुलिस द्वारा कोई कार्यवाही आरोपियों पर नहीं की जा रही है। शिकायतकर्ता ने कलेक्टर से अपील की है कि उक्त मामले की निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्यवाही की जाए।