पुलिस कप्तान के आदेश की उड़ाई जा रही धज्जियां,बैढ़न थाने से तबादले के बाद भी कोतवाली टी आई द्वारा प्रधान आरक्षक राजेश मिश्रा को नही दिया गया रवानगी,बधौरा चौकी में हुआ था स्थानांतरण,राजनीतिक संरक्षण की हो रही चर्चा
पुलिस कप्तान के आदेश की उड़ाई जा रही धज्जियां,बैढ़न थाने से तबादले के बाद भी कोतवाली टी आई द्वारा प्रधान आरक्षक राजेश मिश्रा को नही दिया गया रवानगी,बधौरा चौकी में हुआ था स्थानांतरण,राजनीतिक संरक्षण की हो रही चर्चा
पुलिस कप्तान के आदेश की उड़ाई जा रही धज्जियां,बैढ़न थाने से तबादले के बाद भी कोतवाली टी आई द्वारा प्रधान आरक्षक राजेश मिश्रा को नही दिया गया रवानगी,बधौरा चौकी में हुआ था स्थानांतरण,राजनीतिक संरक्षण की हो रही चर्चा
केटीजी -समाचार सिंगरौली एमपी
राजेश वर्मा हेड इंचार्ज
सिंगरौली पुलिस अधीक्षक ने बीते 23 जनवरी 2021 को इस आशय का आदेश जारी किया था कि विभिन्न थानों चौकियों के लिए स्थानांतरित पुलिसकर्मी दो दिवस के अंदर अनिवार्य रूप से नवीन तैनाती स्थान पर रवाना किया जाए,साथ ही कहा था कि यदि जो थाना प्रभारी उक्त निर्देशों का पालन नहीं करता उसके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।आपको बता दे कि प्रधान आरक्षक से पदोन्नति के बाद सहायक उप निरीक्षक बनाये गए राजेश मिश्रा को बैढन थाने से बन्धौरा चौकी तबादला किया गया था लेकिन लंबे समय से बैढ़न थाने में जमे श्री मिश्रा का न जाने क्यों मोहभंग होने का नाम नही ले रहा है। प्रशासनिक दृष्टिकोण से पुलिस अधीक्षक ने करीब 35 लोगों का एक साथ स्थानांतरण एक स्थान से दूसरे स्थान पर किया था।जहां 23 जनवरी 2021 को एक आदेश जारी किया और साफ शब्दों में चेताया कि दो दिवस के अंदर स्थानांतरित स्थान पर तैनाती दें नहीं तो कार्यवाही होगी। लेकिन सूत्रों की मानें तो 8 माह बीत जाने के बाद भी वैढन थाने पदस्थ पुलिसकर्मी राजेश मिश्रा खुटार चौकी में जमे नजर आ रहे हैं जबकि उनका स्थानांतरण बधौरा चौकी के लिए हुआ था।वैढन थाने से खुटार चौकी में जमे बैठे है जबकि उनका तबादला बन्धौरा चौकी के लिए हुआ है। वही राजेश मिश्रा का बैढ़न से मोहभंग ना होने के पीछे लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं हैं। अब देखना यह होगा कि सिंगरौली एसपी क्या एक्शन लेते हैं। सूत्र तो यहां तक बताते हैं कि सहायक उपनिरीक्षक राजेश मिश्रा ने राजनीतिक राह पकड़ ली है जिससे उनके लिए यह आदेश बेअसर है।लेकिन जैसे जैसे समय बीता एसपी साहब का आदेश भी बेअसर होता गया। यदि आदेश बेअसर नहीं होता तो शायद अब तक सहायक उपनिरीक्षक राजेश मिश्रा वैढन थाने के जगह बधौरा चौकी में नजर आते।लेकिन पुलिस कप्तान के आदेश की धज्जियां उडाते हुए राजेश मिश्रा आज दिनांक तक बन्धौरा चौकी में ज्वाइन नही किया।ताज्जुब की बात है कि पुलिस अधीक्षक सिंगरौली का आदेश केवल कुछ पुलिस कर्मियों तक सीमित है जिनके पास राजनीतिक संरक्षण नही है जबकि राजनैतिक संरक्षण वाले पुलिस कर्मी आज भी मनचाहे थाना चौकी में जमे है तबादले के बाद भी।लेकिन हर कोई अब एक ही सवाल पूछ रहा है कि क्या सिंगरौली पुलिस प्रशासन में दो नियम लागू होते है क्या?क्योकि कुछ लोगो को रवानगी दे दी जाती है तो कुछ लोग अंगद की पांव की तरफ जमे बैठे रहते हैं