20 जुलाई से देव करेंगे शयन, शुभ कार्यो पर चार महीने रोक
भड़ल्या नवमी के अबूझ सावे पर शहर में शादियां और अन्य कार्यक्रम हुए। कोरोना संक्रमण और सरकार की पाबंदियों के चलते गाजे-बाजे से बारात निकालने और बड़े सामूहिक भोज नहीं हुए। अब देवशयन के कारण आगामी चार महीने तक शुभ कार्य नहीं होंगे।
प्रसिद्ध ज्योतिषाचार्य दीपक शास्त्री जी ने बताया कि भड़ल्या नवमी को शहर में कई घरों, होटलों और समारोह स्थलों पर वैवाहिक कार्यक्रम हुए। ढोल ढमाके से निकली बारात में दूल्हे के साथ सीमित लोग नजर आए। इसके अलावा गृह प्रवेश, दुकान-प्रतिष्ठान के मुहूर्त हुए। विवाह का अबूझ मुहूर्त हिंदू मान्यताओं के अनुसार कार्तिक एकादशी, आखातीज, बसंत पंचमी की तरह भड़ल्या नवमी विवाह का अबूझ मुहूर्त माना जाता है। इन मुहूर्तों पर पूरे देश में सैकड़ों वैवाहिक कार्यक्रम होते हैं। इस बार कोरोना संक्रमण के चलते सरकार ने कई पाबंदियां लगाई हैं।
चार माह चलेगा देवशयन
शास्त्री जी ने बताया कि धार्मिक मान्यता के अनुसार अब आगामी चार महीने तक देवशयन करेंगे। इस अवधि में कोई भी विवाह, गृह प्रवेश, नव कारोबार और अन्य कार्यक्रम नहीं होंगे। कार्तिक माह में देवउठनी एकादशी से वापस शुभ कार्य प्रारंभ होंगे।
रखना होगा यह ध्यान
-सार्वजनिक सड़कों-गलियों में बारात निकालने पर रोक
-विवाह कार्यक्रम में नहीं बुला सकते ज्यादा मेहमान
-बड़े सामूहिक भोज/समारोह पर रोक
-लोगों के बीच सोशल डिस्टेंसिंग जरूरी
-कार्यक्रम में शामिल लोगों का मास्क पहनना जरूरी
-समारोह स्थल पर सेनेटाइजर की व्यवस्था