सर्जरी के लिए लोगो को जयपुर और दिल्ली के बड़े अस्पतालो के चक्कर लगाने होते थे

10 दिसम्बर को उर्मिला नाम का पेशेंट विजय हॉस्पिटल में भर्ती हुआ 34 एमएम का स्टोन निकाला गया इसमें सबसे बड़ी दिक्कत यह थी सीबीडी पित की नली को ढूंढने में बहुत दिक्कत थी

सर्जरी के लिए लोगो को जयपुर और दिल्ली के बड़े अस्पतालो के चक्कर लगाने होते थे
रिपोर्टर सूरज सैनी अलवर राजस्थान

सर्जरी के लिए लोगो को जयपुर और दिल्ली के बड़े अस्पतालो के चक्कर लगाने होते थे

KTG समाचार नीरज माहेश्वरी जिला प्रभारी

अलवर अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाए अब अलवर में उपलब्ध हो रही है एक समय था जब सर्जरी के लिए लोगो को जयपुर और दिल्ली के बड़े अस्पतालो के चक्कर लगाने होते थे अब यही कारनामा अलवर के वरिष्ठ सर्जन डॉं. विजयपाल यादव ने कर दिखाया है 10 दिसम्बर को उर्मिला नाम का पेशेंट विजय हॉस्पिटल में भर्ती हुआ उसकी पित्त की नली में 34 / 14 एमएम की पथरी थी साथ में सीबीडी पित की नली में स्टंट भी डाला हुआ था 2 साल पहले पित्त की थैली का ऑपरेशन दूरबीन द्वारा करवाया गया था तथा मरीज के नली में पथरी होने के कारण जयपुर इआरसीपी करवाई थी उसके बाद मरीज ठीक ठाक था लेकिन पिछले डेढ़ साल से बार बार पेट में दर्द होना तथा जी मिचलाना होता रहता था पिछले दो तीन महीने से तो इतना ज्यादा दर्द था कि रोज दर्द के इंजेक्शन लगवाने पडते थे तथा काफी जगह मरीज ने सलाह ली लेकिन कोई डाँ. ऑपरेशन करने को तैयार नहीं हुआ 10 दिसंबर को मरीज का ऑपरेशन किया गया स्टंट तथा 34 एमएम का स्टोन निकाला गया इसमें सबसे बड़ी दिक्कत यह थी पित्त की थैली दो साल पहले निकली थी जिसकी वजह से आंतें वहां जाकर के चिपक गई थी और सीबीडी पित की नली को ढूंढने में बहुत दिक्कत थी आंतों को वहां से छुड़ाना दूर करने के बाद पित्त की नली खोल करके पत्थर को निकाला गया तो टीट्यूब डाली गई कल पित की नली की जाँच कराने के बाद टीट्यूब निकाल दी गई और मरीज अब बिल्कुल ठीक है किसी तरह तरह की कोई दिक्कत नहीं है।