गरबा और डांडिया पर रहेगी हिन्दू जागरण मंच की नजर
- थाना इकाइयों की टोली, जिला पदाधिकारियों के साथ उत्सव प्रभारी करेंगे भ्रमण
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। शहर सहित मालवांचल में बढ़ती लव जिहाद की घटनाओं को देखते हुए शारदीय नवरात्रि महोत्सव में आयोजित होने वाले गरबा एवं डांडिया पर हिन्दू जागरण मंच की नजर रहेगी। गरबा एवं डांडिया स्थलों, खासकर बड़ी होटलों, गार्डनों, शिक्षण संस्थानों में होने वाले गरबा, डांडिया स्थल पर थाना इकाईयों के कार्यकर्ता एवं जिला पदाधिकारी भ्रमण करेंगे, साथ ही निगरानी प्रभारी भी बनाये गये है। हिन्दू जागरण मंच के जिलाध्यक्ष माखन सिंह राजपूत ने यह जानकारी देते हुए बताया कि नवरात्रि महोत्सव को भारतीय धर्म, संस्कृति के अनुरूप मनाया जाना चाहिये। वर्तमान में गैर हिन्दू एवं विधर्मी तत्वों द्वारा जिस प्रकार से समाज की बहन बेटियों को प्रेमजाल में फंसाकर लव जिहाद का शिकार बनाते है, एेसे विधर्मी तत्व हमारे उत्सवों, नवरात्रि में आयोजित गरबा, डांडिया में भी झूठे सौहार्द एवं एकता का दिखावा करते हुए, लव जिहाद फैलाने की मंशा से घुस आते है। जिलाध्यक्ष श्री राजपूत ने कहा कि हिन्दू समाज तो प्रारब्ध से ही सदभावी रहा है। हमारी संस्कृति में बहन बेटियों को मॉ का दर्जा प्रदत्त है। दैवी स्वरूपा मानकर पूजते है। पांव के नीचे आ जाने वाली चींटी तक को बचाकर चलते है। मातृभूमि का वंदन करते है, लेकिन आजकल राष्ट्रघाती, अलगावी, जेहादी मानसिकता को पहचानने की आवश्यकता है। गरबा एवं डांडिया मॉ के जगराते, भक्ति के प्रतीक होते है। इनमे शामिल होने वाले युवक युवतियों को भारतीय परिधान में ही प्रवेश दिया जाये। मस्तक पर बिंदी, तिलक अनिवार्य हो। बीते वर्षो में देखने में आता रहा है कि खोखले एवं दिखावे की एकता प्रदर्शित करने के लिये पंडालों में स्थापित माता की प्रतिमाओं का ही स्वरूप बदल दिया जाता है। हिन्दू जागरण मंच समस्त दुर्गा उत्सव समितियों, संस्थाओं से आग्रह करता है कि पांडालो में मॉ जगदंबा के नौ रूपों के अनुरूप ही प्रतिमा की स्थापना की जाये। मॉ की भक्ति भावना एवं अन्य हिन्दू देवी देवताओं से सम्बद्ध भजन ही गुंजायमान हो।
पंडालों में किये जाये शस्त्र पूजन के कार्यक्रम
हिन्दू जागरण मंच की और से दुर्गा उत्सव समितियों से यह भी आग्रह किया गया है कि नवरात्रि महोत्सव मॉ जगदम्बा की भक्ति के साथ शक्ति का पर्व भी है। हमारा समाज शक्ति का उपासक, आराधक है। इस निमित्त नवदुर्गा पांडालों में नवरात्रि की किसी भी तिथि पर समिति के कार्यकर्ताओं एवं क्षेत्रीय रहवासियों की उपस्थिति में शस्त्र पूजन के कार्यक्रम आयोजित किये जाये। पंडालों में समाज की सनातन कालीन ऊर्जा का केन्द्र भगवा पताकाएॅ लगाई जाये। उत्सव श्रद्धा के साथ साथ हमारी धार्मिक, सांस्कृतिक, राष्ट्रीय चेतना के केंद्र होते है। इन्हे संवारने की जवाबदारी सम्पूर्ण हिन्दू समाज की है।