उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म दिवस के साथ दस लक्षणीय पर्यूषण महापर्व सम्पन्न
उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म दिवस के साथ दस लक्षणीय पर्यूषण महापर्व सम्पन्न
- अल सुबह से देर रात्रि तक जिनालयो मे हुए धार्मिक अनुष्ठान
Ktg समाचार रिपोर्टर नरेश कुमार भोई डूंगरपुर राजस्थान
डंूगरपुर। जैन दिगम्बर समाज के उत्तम ब्रह्मचर्य धर्म दिवस के रूप मे दसवां दिन पर्यूषण महापर्व का मनाया गया और इसी के साथ दस लक्षणीय पर्व का क्षमा याचना के साथ सम्पन्न हुए। इस अवसर पर आज अल सुबह से ही शहर के घाटी स्थित नैमिनाथ मल्लीनाथ मंदिर, फौज का बडला स्थित उण्डा मंदिर, घुमटा बाजार स्थित कोटडिया मंदिर, न्यू कॉलोनी महावीर नगर स्थित महावीर जैन चैत्यालय, मुनि सुव्रतनाथ स्वामी, प्रगति नगर, हाऊसिंग बोर्ड तथा सुरपुर स्थित दिगम्बर जैन चैत्यालयो मे प्रात: लाभार्थी परिवारो के सानिध्य मे पंचामृत अभिषेक, शांतिधारा के धार्मिक आयोजनो के साथ-साथ दस लक्षणीय महापर्व के तहत दस उपवास करने वाले तपस्वियों द्वारा जिन दर्शन किया गया। इसके पश्चात शाम को मंदिरो मे सामायिक तथा प्रश्नोत्तरी व धार्मिक कार्यक्रमो के अलावा प्रगति नगर व जैन बोर्डिंग मे तपस्वियों का तप वंदन आयोजित किया गया। जिसमे बडी संख्या मे धर्मप्रेमियों ने भाग लिया तथा इस दौरान भक्त गीतो पर धर्म प्रेमी झूम उठे। इसी के तहत आसपुर मे दस लक्षणीय पर्युषण महापर्व पर नरसिंगपुरा जिनालयों में अन्तिम दिन ब्रह्मचर्य दिवस धर्म की आराधना की गई। भगवान शान्तिनाथ दादा का विषेश अभिषेक किया पंचामृत अभिषेक शांतिधारा पूजा अर्चना व केशर पमजा की गई। शांतिनाथ दिगम्बर नरसिंहपुरा जैन मंदिर में दस लक्षण धर्म के उत्तम त्याग धर्म अभिषेक, पूजन से हर्षोल्लास से मनाया गया। इसी तरह श्री दिगंबर वासुपूज्य जैन मंदिर वसी में पर्युषण महापर्व के अंतिम दिवस को जलाभिषेक सोहनलाल देवचंद परिवार व पंचामृत देवीलाल मंगल परिवार ने किया। वासुपूज्य भगवान का निर्माण दिवस निर्माण का लड्डू चढ़ाया गया। दशलक्षण पर्व के तपस्वी सुरजमल जैन के दस लक्षण का उपवास की विधान निलेश डेण्डू के सानिध्य मे हुआ। इसी तरह जिले के रामगढ़, कनबा, हथाई, बिछीवाडा, गैंजी, बनकोडा सहित ग्रामीण क्षेत्रो मे भी पर्यूषण पर्व के अंतिम दिन विविध कार्यक्रम हुए।