कोरोना काल के कारण दर्शन के बिना श्रद्धालु हुआ उदास दिल को पहुंची ठेस
कुशालगड़ तिराहे से मार्ग बदला पुलिस तैनात
कोरोना काल के कारण दर्शन के बिना श्रद्धालु हुआ उदास दिल को पहुंची ठेस
KTG समाचार नीरज माहेश्वरी जिला प्रभारी
अलवर हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को भरने वाला भर्तृहरि बाबा का मेला इस बार 14 सितंबर को भरना था । परन्तु कोरोना के कारण दूसरी बार भी मेले का आयोजन निरस्त किया गया है । संयोग से आज ही सरिस्का स्थित पांडुपोल हनुमान जी महाराज का भी मेला है । जिला प्रशासन द्वारा श्रदालुओं की भीड़ को देखते हुए दोनों मेलों को निरस्त किया गया है । जिस कारण श्रद्धालुओं ने घरों में बाबा की ज्योत देखी । इस दिन बाबा को चूरमे का भोग लगाया जाता है । अलवर जिले के लोकदेवता भर्तहरि महाराज की अलवर सहित राजस्थान दिल्ली हरियाणा यूपी आदि जिलों में बड़ी मान्यता है । मेले पर लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा के दर्शन करने के लिए मंदिर पहुंचते हैं । इस बार कोरोना गाइड लाइन की पालना में जिला प्रशासन ने दोनों ही मंदिर पर आने वाले श्रदालुओ के प्रवेश पर 12 से 15 सितम्बर तक पांबदी लगा दी है । हालांकि मेला स्थगित के उपरान्त भी श्रद्धालुओं के आने की संभावना को देखते हुए । श्रद्धालुओं की भीड की रोकथाम के लिए प्रशासन द्वारा वाहनों के आवागमन के मार्ग में परिवर्तन किया गया है । वहीं ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले श्रद्धालु रोक के बावजूद पुलिस से बचकर खेतों जंगलों पहाड़ों आदि में से होकर भी मंदिर दर्शन करने लिए पहुंचे रहे है । 12 से 15 सितम्बर तक जयपुर की ओर जाने वाले वाहनों को कुशालगढ तिराहे से मार्ग परिवर्तित किया गया है । इसी प्रकार जयपुर की तरफ से अलवर की ओर आने वाले वाहनों को थानागाजी थैक्यू बोर्ड से मार्ग परिवर्तित किया गया है । सभी नाकों पर पुलिसकर्मी व अधिकारी तैनात रहे । जो यहां आने वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश करने से रोक समझाइश कर वापस घर भेज रहे है । आमजन को मेले के स्थगित होने एवं वाहनों के रूट परिवर्तन होने के संबंध में पूर्ण जानकारी दर्शाने वाले होर्डिंग्स नटनी का बारा कुशालगढ भर्तृहरि तिराहा एवं अन्य उपयुक्त स्थान पर लगाए गए है । इसी प्रकार जयपुर रोड प्रतापगढ रोड थानागाजी रोड एवं बैंक्यू बोर्ड के साथ अन्य उपयुक्त स्थान पर होर्डिंग्स लगवाए गए है ताकि आमजन को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।