लोक अदालत द्वारा नियुक्त न्याय मित्र केके गुप्ता आज से दो दिवसीय झुंझुनूं जिले के दौरे पर
लोक अदालत द्वारा नियुक्त न्याय मित्र केके गुप्ता आज से दो दिवसीय झुंझुनूं जिले के दौरे पर
- नवलगढ़, झुंझुनूं, मंडावा में लेंगे निकाय अधिकारियों की बैठक
kTG समाचार रिपोर्टर नरेश कुमार भोई डूंगरपुर राजस्थान
डूंगरपुर। स्वच्छता अभियान के ब्रांड एंबेसडर, डूंगरपुर नगर परिषद के पूर्व सभापति तथा एनएसएससी स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) भारत सरकार के सदस्य केके गुप्ता दो दिन के झुंझुनूं दौरे पर रहेंगे। गुप्ता ने बताया कि गत दिनों उन्होंने स्थायी लोक अदालत ने झुंझुनूं नगर परिषद समेत मंडावा और नवलगढ़ के लिए न्याय मित्र बनाया गया था। गुप्ता इसी क्रम में 14 नवंबर को सुबह 11 बजे झुंझनु नगर परिसद में तथा दोपहर 3 बजे नवलगढ़ में नगर पालिका 15 नवम्बर को मंडावा मेँ 11 बजे सुबह अधिकारियों और कर्मचारियों के अलावा जनप्रतिनिधियों के साथ स्वच्छता, सौंदर्यकरण, कस्बों में ट्रेफिक जाम तथा आवारा पशुओं की जाम की व्यवस्था से निजात दिलाने जैसे कई बिंदुओं को लेकर चर्चा करेंगे। गुप्ता ने बताया कि स्थायी लोक अदालत ने उन्हें जो जिम्मेदारी सौंपी है। वे बखूबी उसे निभाएंगे। - जिला कलक्टर को लिख पत्र, निकायो की समस्या निराकरण के दिए सुझाव गुप्ता ने जिला कलक्टर झुंझनु को पत्र लिखकर निकायो की प्रमुख समस्याओं के निराकरण के संबंध मे अपने सुझाव दिए है। गुप्ता ने बताया कि उन्हे माननीय लोक अदालत द्वारा झंझूनुं शहर, नवलगढ़ एवं मण्डावा हेतु न्याय मित्र बनाया गया है। आदेश के तहत जिन बिन्दुओं पर माननीय न्यायालय द्वारा निर्देश दिये गये है उनके अतिरिक्त भी कई ओर छोटे-छोटे कार्य दैनिक भी आवश्यक है, शहर में स्वच्छता, पर्यावरण की शुद्धता, शुद्ध जल एवं जल संरक्षण आज देश के हर नागरिक के लिए आवश्यक है तथा इसमें आप सभी की सहभागिता भी आवश्यक है। माननीय न्यायालय द्वारा झुंझुनूं शहर के मुख्य स्थानों झुंझुनूं शहर, नवलगढ़ तथा मण्डावा में कई समस्याओं पर ध्यान आकृष्ट किया गया है। गन्दगी की समस्या जो कि स्वच्छ भारत अभियान के खिलाफ है। गन्दे पानी की निकासी की समस्या। ट्रैफिक जाम की समस्या। आवारा पशुओं के उत्पाद के कारण पर्यटन उद्योग पर विपरित प्रभाव की समस्या। कचरे के नियमित और समुचित संग्रहण की समस्या। कचरे के नियमित और समुचित संग्रहण के पश्चात उचित रूप से उनके कचरा प्रबन्धन एवं निस्तारण की समस्या। वर्षा के जल संरक्षण की समस्या, स्वच्छता से जुड़े हुए पर्यटन के विकास की समस्या और पुरातत्व महत्व की इमारतों के संरक्षण की समस्या प्रमुख है। जिसका निस्तारण हम सब के प्रयासे से किया जाना संभव हैै। गुप्ता ने बताया कि उपरोक्त कार्यों के अतिरिक्त सार्वजनिक शौचालयों की दिन में चार बार सफाई व्यवस्था, प्लॉस्टिक पर पूरी तरह प्रतिबन्ध लगाना, श्मशान घाट की व्यवस्थित सफाई एवं लाईट व्यवस्था, स्कूलों में बच्चों की स्वच्छता जागरूकता की रैलियाँ निकालना, स्वच्छता, पर्यावरण एवं जल संचय व जल संरक्षण के होर्डिंग्स व बैनर लगाना और कचरा यार्ड को स्वच्छ बनाना आदि कार्यों को भी सम्पादित करना होगा।