ए एस पी के नाम से फर्जी कॉल करके डालावाये दो जगहों से 50-50 हजार

एएसआई ने बिना सोचे-समझे दो पेट्रोल पंप संचालकों से फर्जी बैंक खाते में डलवा दिए 50 हजार रुपए, शक होते ही राशि को किया होल्ड

ए एस पी के नाम से फर्जी कॉल करके डालावाये दो जगहों से 50-50 हजार
ए एस पी मंजीत सिंह चांवला

       KTG समाचार आरिफ खान देवास मध्यप्रदेश 

देवास :आमजन के ठगी का शिकार होने की बात अक्सर सुनने में आती है, लेकिन इस बार जिले में कुछ अलग हटकर हुआ, जिसमें पुलिस साइबर क्राइम से ठगी का शिकार होते हुए बच गई      देवास जिले के पीपलरावां थाना पर पदस्थ एएसआई लतीफ खान न सिर्फ ठगी का शिकार हो गए, बल्कि दो पेट्रोल पंप संचालकों से एएसपी मंजीतसिंह चावला के नाम पर फर्जी खाते में 50 हजार रुपए डलवा दिए, हालांकि पुलिस ने सायृबर सेल की सूझ-बूझ से ठगी नहीं होने दी।

एक दिन पहले पीपलरावां थाने पर पदस्थ एएसआई लतीफ खान के मोबाइल पर एक फोन आया और सामने वाले ने स्वयं को एएसपी मंजीतसिंह चावला बताते हुए बात की और कहा कि तीन पेट्रोल पंप पर जाकर मेरे खाते में 50-50 हजार रुपए डलवा दो। मैं बाद में नगद राशि भिजवा दूंगा। यह सूनते ही एएसआई बिना सोचे-समझे अपने ड्राइवर देवेन्द्र को लेकर पीपलरावां के आसपास स्थित पेट्रोल पंप संचालकों से बताए गए बैंक खाते में 50 हजार रुपए की राशि डलवा दी।

यह दोनों पेट्रोल पंप पीपलरावां के आसपास हैं। हालांकि कुछ देर बाद एएसआई को ठगी होने की शंका हुई तो उन्होंने तुरंत वरिष्ठ अधिकारियों के मामला संज्ञान में डालकर सायबर सेल की मदद से डाली गई राशि को होल्ड करवा दिया।बताया जा रहा है कि एएसआई क्षेत्र के तीन पेट्रोल पंप संचालकों के पास राशि डलवाने पहुंचा था, लेकिन दो ने राशि डालने की हां कर दी। एक पेट्रोल पंप सोनकच्छ रोड पर स्थित है, उसने सरवर डाउन होने का हवाला एएसआई को दिया था। नहीं तो 50 हजार रुपए की राशि और फर्जी खाते में डल जाती।

इधर मामले में पीपलरावां थाना प्रभारी अमित सिंह जादौन का कहना है कि मामला हमारे संज्ञान में आते ही हमने भुगतान होल्ड करा दिया, जिस एएसआई के पास फोन आया था, वह काफी पुराने हैं, लेकिन गलती कर बैठे। हम सायबर सेल की मदद से उक्त फर्जी व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं। इधर मामले में एएसपी मंजीतसिंह चावला ने ठगी होने से इनकार किया है। साथ ही उन्होंने बताया कि यह राजस्थान की तरफ से इस तरह से फर्जी कॉल करके लोगों से ठगी करने वाला गिरोह है, जो वरिष्ठ अधिकारियों के नाम से जिले में कई जगह फर्जी फोन करके ठगी का प्रयास कर रहे हैं। जिले में गुरुवार को एक अन्य थाना प्रभारी को भी उसी नंबर से कॉल एएसपी के नाम से किया गया था, लेकिन थाना प्रभारी ने उस पर ध्यान नहीं दिया।