नरियावां स्थित विश्वकर्मा मंदिर पर पूजनोत्सव, सत्संग एवं विशाल भण्डारे का आयोजन।
विश्वकर्मा सृजन के देवता, सृजन करें, विनाश के कर्मों (अहंकार, नशा) से रहें दूर -पूज्य त्यागनिष्ठ स्वामी जी।
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KTG समाचार (ब्यूरो चीफ)- नरेंद्र कुमार विश्वकर्मा सुल्तानपुर , उत्तर प्रदेश
प्रतापगढ़ -17 सितम्बर 23, दिन रविवार को विश्वकर्मा मंदिर नरियावां पर बहुत हर्षोल्लास से विश्वकर्मा पूजा मनाया गया। विश्व प्रसिद्ध अक्षरधाम मंदिर दिल्ली के संत पूज्य त्यागनिष्ठ स्वामी जी पूज्य मंगल सेतु स्वामी जी का सत्संग आध्यात्मिक प्रवचन सुन कर उपस्थित जनसमूह भावविभोर हो उठे।
विश्वकर्मा सृजन के देवता है हमें सृजन करना है अहंकार मन में नही लाना। नशा विनाश का कारण है इससे दूर रहें। पूज्य त्याग निष्ठ स्वामी जी ने जन जन को यह संदेश दिया।
कार्यक्रम में दिल्ली के वरिष्ठ समाजसेवी श्री राम विशाल विश्वकर्मा, अक्षरधाम मंदिर दिल्ली के प्रवक्ता श्री शिवप्रसाद जी, श्री संदीपराज विश्वकर्मा उत्तर मध्य रेलवे प्रयागराज, श्री दिवाकांत विश्वकर्मा प्रयागराज, श्री नीरज विश्वकर्मा, श्री भूपेंद्र विश्वकर्मा प्रयागराज, श्री दीपराज शर्मा भावनपुर, डा. शिवमूर्ति विश्वकर्मा, श्री जटाशंकर श्री ओमप्रकाश,श्री सुभाष चंद्र, श्री दिनेश विश्वकर्मा , श्री रवि विश्वकर्मा,श्री रीतेश विश्वकर्मा, श्री अनिल विश्वकर्मा, श्री अशोक विश्वकर्मा, श्री रामचंद्र विश्वकर्मा सहित सैकड़ों की संख्या में श्रृद्धांलु मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन विश्वकर्मा मंदिर समिति के अध्यक्ष गिरीश विश्वकर्मा ने किया। पूज्य संतों एव उपस्थित जनसमूह का आभार जताया।
जय भगवान् विश्वकर्मा।