इटावा केवल वोट बैंक के लिए विकास के लिए नहीं- शिवसेना

चुनाव के समय याद आता है इटावा, दुर्घटना के समय भूल जाते हैं चुने हुए नेता

इटावा केवल वोट बैंक के लिए विकास के लिए नहीं- शिवसेना

इटावा केवल वोट बैंक के लिए विकास के लिए नहीं- शिवसेना


 चुनाव के समय याद आता है इटावा, दुर्घटना के समय भूल जाते हैं चुने हुए नेता


 इटावा रोड चौड़ीकरण नहीं तो वोट भी नहीं,  दुर्घटना के लिए नहीं दिया

KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश


देवास।
 उज्जैन रोड ब्रिज इटावा से नागुखेड़ी तक सडक़ चौड़ीकरण की मांग की जा रही है, लेकिन नेता केवल दिखावे के वादे करके भूल गए। दर्जनों लोग मौत के घाट उतार चुके हैं, लेकिन फिर भी इटावा के निवासियों की सुध लेने कोई नहीं आ रहा। आए दिन एक्सीडेंट एवं बड़ी घटनाएं हो रही है। विकास के नाम पर स्थानीय प्रशासन व जनप्रतिनिधि धब्बा साबित हो रहे है। शिवसेना जिलाध्यक्ष सुनील वर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि इटावा की याद सिर्फ चुनाव के समय वोट लेने पर आती है। चुने हुए जनप्रतिनिधि जनता के हित में कार्य नहीं कर पा रहे है। इटावा के इसी रोड से लगे हुए पांच पार्षदों के क्षेत्र हैं, लेकिन विकास के नाम पर केवल यहां दुर्घटना के अलावा कुछ नही।  कुछ दिन पहले कांग्रेसी नेता की जान भी चली गई थी। दुर्घटना में शनिवार को फिर एक एंबुलेंस का भयंकर एक्सीडेंट हुआ। लेकिन फिर भी प्रशासन सजगता नहीं दिखा रहा, यातायात का दबाव ज्यादा है। उज्जैन जाने का मुख्य मार्ग होने के साथ ही उक्त मार्ग पर बड़े स्तर पर अतिक्रमण फैला हुआ है। वही केसर होटल के पास शराब की दुकान है। उसके आसपास अंडे, चिकन की दुकान होने से लेकर पूरे मार्ग पर दुकानदारों ने वह ठेला गाड़ी वालों ने अतिक्रमण कर रखा है। रात हो या दिन पैर रखने की जगह नहीं होती है। वही नालिया भी मुख्य मार्ग की चोक पड़ी हुई है। बारिश का सारा पानी सडक़ के ऊपर फैला हुआ है। पूरी सडक़ को भी खोद दिया है। उसमें भी गड्ढे होने लग गए रोड के पास में मिट्टी से पटरी भरी हुई रहती है। वह भी गड्ढों में तब्दील हो गई। ऐसी हालत में कैसे दुर्घटना रूकेगी। वर्मा ने कहा की क्षेत्रीय सांसद, विधायक, महापौर, सभापति, पार्षद व जनप्रतिनिधियों को  इटावा वासियों की पीड़ा को समझना होगा। वोट के समय बड़े-बड़े वादे किए। वर्तमान में हो रहे सडक़ हादसे में कहीं परिवारजनों को मौत हो चुकी है। फिर भी प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा। जनप्रतिनिधि होने के नाते आप लोग आगे आए और  इटावा वासियों के लिए हो रही परेशानियों को दूर करें अन्यथा यही इटावा के निवासी आने वाले समय में अगर इटावा रोड चौड़ी करन व विकास नहीं होता है तो विधानसभा चुनाव में वोटिंग का भी बहिष्कार कर सकते है। अगर रोड चौड़ीकरण नहीं तो वोट भी नही। जनता की परेशानी को दूर करना जनप्रतिनिधियों कार्य है। अगर परेशानी दूर नहीं होती है तो शिवसेना भी इटावा के रहवासीयो के साथ मिलाकर सडक़ों पर उतरेगी।