KTG समाचार शिवपुरी:
सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास का कहना है प्रदेश सरकार के पैसे को चूना लगाया जा रहा है अगर यह टैंडर पास होता तो करीबन 3 करोड़ का चूना सरकार को लग सकता था। डीपीआर में 14 क्लोजों को ध्यान में रख कर टैंडर पास होना था जबकि टैंडर में 13 नंबर क्लोज छुपाया गया जो वैधानिक रूप से शर्तों के खिलाफ है।
शिवपुरी शहर की शान थीम रोड के लाइट ब्यूटीफिकेशन के लिए 8.5 करोड़ रुपए का टेंडर लगाया गया था। इस टेंडर में 6 एजेंसियों ने निविदा डाली थी,जिनमें से 4 एजेंसियों को नगर पालिका शिवपुरी ने अयोग्य मानते हुए उनका टेंडर निरस्त कर शेष बची, 2 एजेंसियों में एक एजेंसी का टेंडर पास कर दिया गया था। 4 ऐंजसियो को अयोग्य क्यों माना गया उन्हें कैसे सूचित किया गया, क्या कारण से वह अयोग्य घोषित किए गए। इन सब सवालों का संतुष्टि पूर्वक नही दिए जा रहे थे। सांसद प्रतिनिधि रामजी व्यास का कहना है कि टैंडर अपने करीबियों को दिया गया जिससे दूसरों को अयोग्य बताया गया।
सांसद प्रतिनिधि ने 2 मार्च की परिषद की बैठक में सवाल किया था कि इस टेंडर की डीपीआर में स्पष्ट रूप से लिखा है कि 13 नंबर क्लोज इस टेंडर का आधार है 13 नंबर की शर्त के बिना यह काम संभव नही है।
लेकिन नगर पालिका शिवपुरी ने टेंडर जारी करते समय इस टेंडर की आधार शर्त अर्थात 13 नंबर क्लोज को ही गायब कर दियां इस टेंडर का आधार 13 नंबर में जो शर्ते टेंडर कॉपी में दिख नही है,नेट पर भी 13 नंबर क्लोज गायब कर दिया गया है। इस टेंडर में 1 से लेकर 12 नंबर तक के सभी क्लोज स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे है लेकिन 13 नही दिख रहा है 14 नंबर क्लोज भी दिखाई दे रहा हैं। डीपीआर में इस काम का आधार 13 नंबर क्लोज में छुपा था और जो अति आवश्यक शर्त थी वही गायब कर दी है। इससे स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि इस टेंडर को नियमों को तोड़कर अपनी पसंदीदा फर्म को काम दिया गया है। अगर रामजी व्यास की माने तो इस काम में शासन को 3 करोड़ का चूना लगाया जा रहा था।
नगर पालिका के सीएमओ केशव सिंह सगर का कहना है कि चीफ इंजीनियर के निर्देश पर पुन:टेंडर लगाए है। दूसरी बार टेंडर रेट और भी कम आने की उम्मीद है। यह टेंडर पुन:28 मार्च को ओपन होगा। कुल मिलाकर यह तो स्पष्ट हो गया कि नगर पालिका उपाध्यक्ष सरोज व्यास एवं सांसद प्रतिनिधि की इस टेंडर पर आपत्ति के बाद पैसा लूटने से बच गया। अब जो पुन:टेंडर किया जाएगा उसमें दरे कम आने की संभावना है। दर कितनी कम आएगी इसकी स्पष्ट जानकारी तो 28 मार्च को टेंडर ओपन होने के बाद ही क्लीयर होगा,यह बचा हुआ पैसा जनता की अन्य आवश्यक कामों पर खर्च होगा।