मनरेगा योजना अंतर्गत मॉनिटरिंग सिस्टम (एनएमएमएस) के विरोध में सरपंच संघ ने सौंपा ज्ञापन
मनरेगा योजना अंतर्गत मॉनिटरिंग सिस्टम (एनएमएमएस) के विरोध में सरपंच संघ ने सौंपा ज्ञापन
मनरेगा योजना अंतर्गत मॉनिटरिंग सिस्टम (एनएमएमएस) के विरोध में सरपंच संघ ने सौंपा ज्ञापन
kTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। मनरेगा योजना अंतर्गत मॉनिटरिंग सिस्टम (एनएमएमएस) के विरोध में मध्यप्रदेश सरपंच संघ के बैनर तले देवास ब्लॉक के 96 सरपंच कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और नारेबाजी करते हुए मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। संघ के ब्लॉक अध्यक्ष अतुल शर्मा ने ज्ञापन का वाचन करते हुए बताया कि मनरेगा योजना अंतर्गत मानिटिरिंग सिस्टम (एनएमएमएस) के माध्यम से हो रहे हितग्राही मूलक एवं सामुदायिक मुलक कार्यो से मजदूरों की उपस्थिति एप्प के माध्यम से सुबह 9 बजे एवं दोपहर 12 बजे शासन द्वारा निर्धारित की गई है, जो कि समय पर नेटवर्क समस्या होने के कारण मजदूरों की उपस्थिति दर्ज नहीं हो पाती है। ऐसे में मजदूरों का भुगतान हो पाना संभव नही होगा एवं ऐसे में ग्राम पंचायत सरपंच एवं मजदूरों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न होगी। एनएमएमएस एप्प सरकार द्वारा वापस नही लिया जाता है तो कोई भी ग्राम पंचायत सरपंच मनरेगा योजना नवीन कार्य प्रारंभ नही करेंगे तथा किसी भी ग्राम पंचायत सरपंच के द्वारा अपूर्ण कार्य को भी पूर्ण नही करेंगे। यह कि उक्त नियम जब तक सिथील नही किया जाता है तब तक सरपंच द्वारा घोर विरोध प्रदर्शन करते रहेंगे। शासन द्वारा सीएम हैल्पलाईन 181 पर सरपंचो को परेशान करने के लिए झूठी शिकायत दर्ज की जाती है जो संतुष्टी पूर्वक बंद कराने हेतु वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा निर्देशित किया जाता है। उसे प्रतिवेदन के आधार पर बंद करने का प्रावधान किया जाना चाहिए। झूठी शिकायतकर्ता के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की जाए। मनरेगा योजना मांग आधारित योजना है। अधिकारियों/कर्मचारियों द्वारा इस योजना को लक्ष्य आधारित योजना को अपने जिले में ग्रेडिंग के चक्कर में अधिकारियों की तानाशाही की वजह से योजना का सत्यानाश किया जा रहा है, इसे बंद किया जाए। सरपंच संघ ने ज्ञापन के माध्यम से मांग की है कि उपरोक्त समस्या का 15 दिवस में निराकरण नही किया जाता है तो समस्त सरपंच संघ अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे। ज्ञापन के दौरान जिलाध्यक्ष विजय पटेल, ज्ञानेश्वर कुमावत, अजय सिंह बैस, रमेशचंद्र पटेल, प्रभुसिंह सोलंकी, पूनमचंद भंडारी, सलीम पटेल, दिनेश पटेल, लाल सिंह, श्यामलाल चौधरी, केदार चौधरी, माखन सिंह रावत, दिनेश सीलाखेड़ी, सागर बी, दरबार सिंह, अनुराग झोनवाल, मनोज पटेल, गब्बर दरबार, श्याम परमार, ईश्वरसिंह दिवानिया, जितेन्द्र फुलेरिया, दिलीप जाट, मुकेश कामदार, अरविंद पाटीदार, महेन्द्र सिंह, ओमप्रकाश गुर्जर, विनोद चौधरी, राजेन्द्र पटेल, सुशील बाई प्रभुदयाल, बबीता शिवदयाल, कोशल्या लाखन, पवन चौधरी सहित बड़ी संख्या में सरपंच व सरपंच प्रतिनिधि उपस्थिति थे।