ग्राम सिया में निकला पथ संचलन, 10 गांवो से 300 से अधिक स्वयंसेवक हुए शामिल

ग्राम सिया में निकला पथ संचलन, 10 गांवो से 300 से अधिक स्वयंसेवक हुए शामिल

ग्राम सिया में निकला पथ संचलन, 10 गांवो से 300 से अधिक स्वयंसेवक हुए शामिल

ग्राम सिया में निकला पथ संचलन, 10 गांवो से 300 से अधिक स्वयंसेवक हुए शामिल

KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश


देवास। 
ग्राम सिया में पथ संचलन निकाला गया। पथ संचलन गणेश मंदिर से प्रारंभ हुआ। संचलन में सिया मंडल के 10 गांव से लगभग 300 स्वयंसेवक उपस्थित हुए। पथ संचलन गांव के प्रमुख मार्गो से होकर निकला। इसी दौरान गांव के प्रत्येक चौराहे पर ग्रामवासियों द्वारा संचलन पुष्पवर्षा कर भव्य स्वागत किया। गांव के सभी समाजजनों ने जयघोष लगाकर संचरण का हृदय से स्वागत किया। उद्बोधन महेंद्र धनगर ने बताया कि हमारा देश विश्वगुरु और सोने की चिडिय़ा था, लेकिन हमें गलत इतिहास बताया गया कि भारत गरीब तथा अनपढ़ लोगों का देश है, जबकि दुनिया में जब पढ़ाई की व्यवस्था नहीं थी तो हमारे देश में नांलन्दा ओर तक्षशिला जैसे महान विद्यालय हुआ करते थे तथा विश्व के लोग यहां शिक्षा प्राप्त करने भारत आया करते थे। हमारे परिवार व्यवस्था के कारण हम दुनिया में सबसे सर्वश्रेष्ठ सांस्कृतिक है। जिसमें सब अपने बड़ों के प्रति आदर तथा छोटे के प्रति प्रेम का आदर्श संबंध निर्वाहन करते हैं। दुनिया के लोग आते सक्षम तो है पर शांति नहीं है और हमारे अकबर अपने परिवारवाद के कारण हम शांतिमय जीवन जीते हैं। अध्यक्षता कालू सिंह पवार ने की तथा मंच पर दिलीप पटेल व वक्ता श्री महेन्द्र धनगर उपस्थित थे। मंचन गौरव कुमावत एवं नेतृत्व राकेश चौधरी ने किया। उक्त जानकारी पिंटू चौधरी ने दी।