स्व सहायता समूह से जुड़ने के बाद ग्राम एनाबाद की श्रीमती अनिता गोस्वामी के जीवन में आए उल्लेखनीय बदलाव

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को हृदय से दे रही हैं धन्यवाद।

स्व सहायता समूह से जुड़ने के बाद ग्राम एनाबाद की श्रीमती अनिता गोस्वामी के जीवन में आए उल्लेखनीय बदलाव

स्व सहायता समूह से जुड़ने के बाद ग्राम एनाबाद की श्रीमती अनिता गोस्वामी के जीवन में आए उल्लेखनीय बदलाव

KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश

समूह से जुड़ने के बाद जैविक खेती को अपनाया, खेती से होने लगी अच्छी आय ।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान को हृदय से दे रही हैं धन्यवाद।

       देवास । शासन की मंशा है कि प्रदेश के हर एक बेरोजगार को रोजगार मिले। इसके साथ ही प्रदेश की महिलाओं एवं बेटियों को भी स्व रोजगार प्राप्त हो सके, इसके लिए शासन द्वारा विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही है। शासन द्वारा संचालितम.प्र. डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के स्व सहायता समूह से महिलाएं जुड़ कर आर्थिक रूप से सक्षम हो रही है, और समाज में नाम कर रही है। साथ ही उनके जीवन में उल्लेखनीय बदलाव भी हो रही है। इन्हीं हितग्राहियों में देवास जिले के सोनकच्छ विकासखंड के ग्राम एनाबाद की श्रीमती अनिता गोस्वामी है, जो कि स्व सहायता समूह से जुड़ी। स्व सहायता समूह से जुड़ने के पश्चात उनके जीवन में उल्लेखनीय बदलाव आएं हैं। उन्होंने जैविक खेती करने के लिये वर्मी कम्पोस्ट यूनिट को लगाया तथा जैविक खेती को बढ़ावा दिया, जिससे आज वे अच्छी कमाई कर रही है। साथ ही क्षेत्र की महिलाओं को समूह से जुड़ने के लिए प्रेरित कर रही है और वे आज दूसरी महिलाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत बन गई है। 

समूह से लिया 20 हजार रुपए का ऋण, जिससे मटर का किया उत्पादन

हितग्राही श्रीमती अनिता गोस्वामी ग्राम एनाबद की रहने वाली है, वे 5 वर्ष पूर्व म.प्र. डे राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत ग्राम एनाबाद ब्लॉक सोनकच्छ में समूह से जुड़ी। वे बताती है कि सबसे पहले जय गुरुदेव आजीविका स्व सहायता समूह सदस्य बनी। समूह से सर्वप्रथम 20 हजार रूपए ऋण लेकर मटर उत्पादन का काम किया, जिससे उनको 30 हजार रुपए का लाभ 01 बीघा से 01 ही फसल से हुआ।

वर्मी खाद बनाकर 800 रुपए क्विंटल की दर से बेच रही है

श्रीमती अनिता गोस्वामी ने धीरे-धीरे जैविक खेती करने के लिये वर्मी कम्पोस्ट यूनिट का विचार किया और उसका कार्य प्रारंभ किया। इसके लिए उन्होंने 20 वर्मी बेग लगाए, जिससे 3 माह में 40 क्विंटल खाद का उत्पादन हुआ। वर्मी कम्पोस्ट खाद को आसपास के गाँव में 800 रुपए प्रति क्विंटल की दर से बेच रही है। जिससे अतिरिक्त आय प्राप्त हो रही हैं। साथ ही अपने खेत में भी वर्मी खाद का उपयोग कर रही हैं। हितग्राही श्रीमती गोस्वामी ने बताया कि एनाबाद गाँव की समूह से जुड़ी 30 महिलाओं की आरसेटी से 10 दिवसीय औषधी पौधे एवं जैविक खाद निर्माण पर प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने बताया कि आजीविका मिशन से जुड़कर जैविक खेती को बढावा दिया जा रहा हैं एवं ग्राम की अन्य महिलाओं को भी जैविक खेती करने के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।   

गांव के बेरोजगार युवक-युवतियों को रोजगार मेले में भेजकर, रोजगार दिलाने में कर रही है मदद

     श्रीमती अनिता गोस्वामी ने बताया कि ग्राम से बेरोजगार युवक एवं युवतियों को रोजगार मेले के माध्यम से रोजगार दिलाने में मदद की जा रही है। साथ में डीडीजेकेयुवाय रोजगार उन्मुखी प्रशिक्षण में ग्राम की दीदियों के बच्चों को भी रोजगार के लिये बाहर पहुंचाया जा रहा हैं। सोनकच्छ शक्ति फार्मर प्रोडूसर कंपनी में बीओडी की भूमिका का भी निर्वहन किया जा रहा हैं। कंपनी में ग्राम एनाबाद से 32 महिला सदस्यों को कंपनी में शेयर सदस्यता दिलाई गई एवं महिलाओं को कंपनी के माध्यम से प्याज़ एवं सोयाबीन का बीज उपलब्ध कराया गया जिससे स्व सहायता समूह से जुड़ी महिलाओं को लाभ प्राप्त हो रहा है एवं उनकी फसल का उत्पादन भी बढ़ रहा है।                                                       फोटो संलग्न