पीएफआरडीए बिल रद्द करें और न्यू एजुकेशन पॉलिसी की पुनः समीक्षा की जाए _ अशोक लोदवाल
पीएफआरडीए बिल रद्द करें और न्यू एजुकेशन पॉलिसी की पुनः समीक्षा की जाए _ अशोक लोदवाल
kTG समाचार रिपोर्टर नरेश कुमार भोई डूंगरपुर राजस्थान
डूंगरपुर। स्कूल टीचर्स फैडरेशन ऑफ इंडिया के आह्वान पर राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के तत्वावधान में राष्ट्रव्यापी शिक्षक वाहन जत्था अभियान के दूसरे दिन उपशाखा झौंथरी द्वारा स्वागत कर आम सभा का आयोजन शिक्षा की देवी काली बाई भील की पावन धरती गेंजी घाटा पर किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता ब्लॉक अध्यक्ष प्रभुलाल बुझ ने की। आम सभा में कर्मचारीयों के समक्ष मौजूद चूनौतियो, और सरकार की नीतियों पर व्यापक चर्चा की गई। आम सभा को सम्बोधित करते हुए स्कूल टीचर्स फैडरेशन ऑफ इंडिया के जनरल कौंसिल सदस्य एवं राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष हेमंत कुमार खराड़ी ने कहा कि वर्षों से अध्यापकों के स्थानांतरण पर प्रतिबन्ध अन्यायपूर्ण है जो सरकार अविलंब स्थानांतरण शुरू करें अन्यथा राजस्थान में एक बड़ा आन्दोलन होगा। प्रांतिय उपाध्यक्ष अशोक लोड़वाल ने कहा शिक्षक आमजन गरीब किसान मजदूर विरोधी नई शिक्षा नीति 2020 के तहत सार्वजनिक कमजोर करने की साज़िश है। शिक्षा का निजीकरण करते हुए शिक्षकों को बंधुआ मजदूर बनाने और आम छात्रों को शिक्षा से वंचित करने का अभियान शुरू कर दिया है तो राज्य सरकार ने संविदा नियम जारी कर शोषण को वैधानिक बना दिया है। ओपीएस लागू करने के लिए पीएफआरडीए बिल निरस्त करने की मांग की गई। सभा को संघर्ष समिति संयोजक दिनेश प्रजापती ने बीएलओ सहित शिक्षकौ गैर शैक्षणिक मुक्त करने की मांग की गई।सभा को सभाध्यक्ष बाबूराम रोत, जिला उपाध्यक्ष मान शंकर खराड़ी जिला संयुक्त सचिव गटू लाल अहारी, ब्लॉक सभाध्यक्ष जगदीश प्रसाद खराड़ी ने संबोधित किया। आम सभा के पश्चात सार्वजनिक शिक्षा को बचाने के लिए आयोजित वाहन जत्था जागृति यात्रा को हरीझंडी दिखाकर सीमलवाडा के लिए रवाना किया । सभा में राजस्थान शिक्षक शेखावत उपशाखा झौंथरी से अनिल कोटेड ब्लॉक सयुक्त मंत्री, गौतम लाल मनात, फतेह लाल बोडात, कलावती बुझ , लक्ष्मीलाल जी बरडा हितेश परमार प्रज्ञा भटेवरा सविता अहारी हरीशंकर जी बरंडा जयंती लाल देपात गौतम लाल पारगी सतीश जी खराड़ी कारण सिंह कटारा मुकेश लोहार, लीलाराम खराड़ी शिक्षक नेताओं ने भाग लिया। आम सभा का संचालन धनराज खराड़ी ने किया।