शहर की स्वच्छता से कोई समझौता नही, गंदगी फैलाने वालो पर लगे अकुंश - गुप्ता

शहर की स्वच्छता से कोई समझौता नही, गंदगी फैलाने वालो पर लगे अकुंश - गुप्ता

शहर की स्वच्छता से कोई समझौता नही, गंदगी फैलाने वालो पर लगे अकुंश - गुप्ता

- पूर्व स्वच्छता ब्राण्ड एम्बेसेडर गुप्ता ने बालोतरा निकाय की ली बैठक

kTG समाचार रिपोर्टर नरेश कुमार भोई डूंगरपुर राजस्थान

 डूंगरपुर। पूर्व स्वच्छता ब्राण्ड एम्बेसेडर राजस्थान सरकार तथा राष्ट्रीय योजना स्वीकृति समिति स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण भारत सरकार के गैर सरकारी सदस्य श्री केके गुप्ता बुधवार को बाडमेर जिले की बालोतरा निकाय के एक दिवसीय दौरे पर रहे। इस दौरान निकाय सभापति श्रीमति सुमित्रा देवी जैन और आयुक्त श्री जोधाराम बिश्नोई द्वारा श्री गुप्ता का स्वागत साफा पहनाकर और माल्यार्पण से किया गया। इसके पश्चात सभापति कक्ष मे आयोजित समीक्षा बैठक को संबोधित करते हुए श्री गुप्ता ने कहा कि उनके सभापति कार्यकाल वर्ष 2015 से 2020 तक डंूगरपुर निकाय ने लगातार चार स्वच्छता के क्षेत्र मे श्रेष्ठता साबित करते हुए राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण मे विभिन्न श्रेणियां मे अव्वल रहा है। राजस्थान में खुले में शौच मुक्त शहर सबसे पहले डूंगरपुर नगर बना तथा जिसे तीन बार ओडीएफ का खिताब तथा एक बार ओडीएफ प्लस का खिताब मिला तथा 5 करोड रुपए की राशि राजस्थान सरकार ने डूंगरपुर शहर को प्रोत्साहन राशि के रूप में दी। इसी के परिणाम स्वरूप शहर डंूगरपुर राष्ट्रीय स्वच्छता सर्वेक्षण वर्ष 2019, 20 और वर्ष 21 में लगातार राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त करता रहा तथा शहर की स्वच्छता के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र भाई मोदी देश के अनेकों मंत्री तथा राजस्थान सरकार की पूर्व मुख्यमंत्री तथा वर्तमान मुख्यमंत्री ने भी डूंगरपुर की स्वच्छता पर तारीफों के पुल बांधे तथा नगर को अनेकों बार सम्मान मिला। उन्होने बालोतरा नगर के निरीक्षण के दौरान वहां की गलियों में दीवारो पर लगे पोस्टरों को देखकर अपनी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि इस तरह से पूरे शहर को गंदा कर रहे हैं उन पर अंकुश आवश्यक है। जिस शहर के श्मशान घाट और सार्वजनिक में शौचालय स्वच्छ नहीं होते वह शहर कभी भी स्वच्छ नहीं हो सकता है। श्री गुप्ता ने सभी पार्षदों को भी निर्देशित किया कि प्रथम जिम्मेदारी आप पार्षदों की रहती हैं कि वार्ड कैसे साफ सुंदर रहे? वार्डो मे कचरा संग्रहण गाडी द्वारा सही कार्य किया जा रहा तथा सभी घरो से नियमित रूप से कचरा उठाया जा रहा है, इसका सत्यापन वार्ड पार्षद द्वारा किया जाएं इसके पश्चात ही कचरा संग्रहण गाडी संवेदक को भुगतान किया जाये।

- हर घर से गीला व सूखा कचरा उठे 

गुप्ता ने कहा कि हर घर से गीला व सूखा कचरा अलग-अलग एवं नियमित रूप से कचरा उठना चाहिए तथा इसके लिए समय पाबंदी बहुत आवश्यक है। निश्चित समय पर गाड़ी का आना तय होना चाहिए तथा कमर्शियल एरिया के अंदर सायं 5.30 बजे के बाद गाड़ी कचरा उठाने के लिए दुकानों पर जाए तब कचरा व्यवस्थित उठ सकता है। इसके अलावा रात्रि शिपिंग की व्यवस्था भी बहुत आवश्यक है। कमर्शियल एरिया के अंदर दिल में सफाई नहीं हो सकती, इसलिए रात्रि में सफाई करवाना निहायत आवश्यक है। कचरा उठाने के बाद कचरा यार्ड में ले जाकर उसका डिस्पोजल भी बहुत आवश्यक है। जिसके लिए साइंटिफिकलैंड फिल्ड, सेएग्रीगेशन प्लांट, बायोगैस प्लांट होने चाहिए। कचरा यार्ड भी हमारा साफ सुथरा होना चाहिए कचरा यार्ड के अंदर पड़ा हुआ पुराना कचरा भी हटाकर कचरा यार्ड को साफ सुथरा बनाकर गंदगी को हटाना होगा। बैठक मे आयुक्त एवं सफाई निरीक्षक ने बताया कि इस ओर हमारे द्वारा प्रयास प्रारंभ कर दिए गए हैं और जल्दी ही हम इस पूरे काम को कर लेंगे।

- सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग रूके, महिलाओं को कपडे की थैलियां बनाने का स्वरोजगार मिले 

गुप्ता ने कहा कि बालोतरा शहर के अंदर प्लास्टिक बंद को लेकर डूंगरपुर की तर्ज पर महिला सशक्तिकरण के तहत महिलाओं को प्रशिक्षण देने के लिए सिलाई मशीन केंद्र एवं पापड़ बनाने की पत्तल दोने बनाने की मशीन लगाकर बेरोजगारी से मुक्त शहर को भी बनाने का लक्ष्य लेकर काम करना चाहिए। जिससे जो महिलाएं प्रशिक्षण के लिए सिलाई केंद्रों पर आए। डूंगरपुर की तर्ज पर कपड़े की थैलियां बनाकर अगर वह महिलाएं भी कम पैसों में बाजार में थैलियां देंगी तो बाजार के अंदर प्लास्टिक भी बंद हो जाएगा और महिलाओं को भी रोजगार मिलने लग जाएगा तथा हमारा जो महिलाओं के प्रति जो बेरोजगार महिलाओं को रोजगार देने का काम है। उसमें भी हमें सफलता मिलेगी बेरोजगारी समाप्त होगी और महिलाओं में नगर परिषद के प्रति स्नेह उत्पन्न होगा तथा प्लास्टिक अपने आप ही बंद हो जाएगा इसके लिए यही एकमात्र सबसे सरल और उपयोगी तरीका है, जिसमें सरकार की भी यह मंशा है कि बेरोजगारी को समाप्त किया जाए हर व्यक्ति को रोजगार मिले वह कार्य भी संपन्न होगा और हमारे शहर के अंदर जिस तरह से प्लास्टिक गंदगी फैलाता है। उस पर भी काफी मात्रा में अंकुश लगेगा इसे हमें प्राथमिकता के आधार पर अति शीघ्र प्रारंभ करना चाहिए क्योंकि इसके सार्थक परिणाम हमने डूंगरपुर शहर में करके देखें राजस्थान का मात्र डूंगरपुर शहर ही एक ऐसा शहर है जिसने बेरोजगारी को पूरी तरह से समाप्त किया। जिसमें करीब 2000 से लेकर 3000 तक महिलाओं ने प्रशिक्षण प्राप्त किया और आज शहर की पूरी तरह से बेरोजगारी समाप्त हो गई महिलाएं आराम से घर अपना गृहस्थी चला रही है। बैठक में पार्षद पुष्पराज चोपड़ा, हनुमान प्रजापत, रामचंद्र डांगी, कांतिलाल हुंडिया, कांतिलाल घांची, सम्पत धरी, हनुमान घांची, रमेश पुरी, नगराज, मेहबूब, राजू, रामेश्वर प्रजापत सहित निकाय के कार्मिक अधिकारी उपस्थित रहे।