15 दिवसीय आत्म सुरक्षा प्रशिक्षण का समापन आज

महारानी पुष्पमाला राजे पवार शासकीय कन्या महाविद्यालय 15 दिवसीय आत्म सुरक्षा व 7 दिवसीय सॉफ्टबॉल प्रशिक्षण का समापन हुआ।

15 दिवसीय आत्म सुरक्षा प्रशिक्षण का समापन आज

            KTG समाचार आरिफ खान देवास मध्यप्रदेश

देवास। महारानी पुष्पमाला राजे पवार शासकीय कन्या महाविद्यालय 15 दिवसीय आत्म सुरक्षा व 7 दिवसीय सॉफ्टबॉल प्रशिक्षण का समापन हुआ। कार्यक्रम महाविद्यालय के खेल विभाग के द्वारा उच्च शिक्षा गुणवक्ता उन्नयन परियोजना एवं क्वालिटी लर्निंग सेंटर के अंतर्गत आई.क्यू.एय.सी, जिला खेल एवं युवा कल्याण विभाग के सहयोग से कराया गया। महाविद्यालय संरक्षक एवं प्राचार्य डॉ. वंदना मिश्रा मेडम के मार्गदर्शन में 15 दिवसीय आत्मसुरक्षा प्रशिक्षण का समापन हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती एवं युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत स्वामी विवेकानंद के चित्र पर माल्यार्पण कर किया। कार्यक्रम में उपस्थित हेमंत सुवीर डिस्टिक स्पोट्र्स ऑफिसर देवास, आतिश माली देवास डिस्ट्रिक्ट जुडो एसोसिएशन सेक्रेटरी, श्रीमती जया बघेल खेल एवं युवा कल्याण विभाग वॉलीबॉल कोच, राजीव श्रीवास्तव मध्यप्रदेश सॉफ्ट बॉल एसोसिएशन ज्वाइंट सचिव व देवास सॉफ्टबॉल एसोसिएशन सेक्रेटरी, जावेद पठान ब्लॉक कोऑर्डिनेटर खेल एवं युवक कल्याण विभाग सोनकच्छ के समक्ष महाविद्यालय की प्रशिक्षित खिलाडिय़ों ने जूडो-कराटे व लठ-बाजी का प्रदर्शन किया। सात दिवसीय सॉफ्टबॉल एवं 15 दिवसीय आत्म सुरक्षा प्रशिक्षण के प्रमाण पत्र प्राचार्य डॉ. वंदना मिश्रा एवं वरिष्ठ प्राध्यापक डॉ. भारत सिंह गोयल व समस्त क्रीड़ा आगंतुकों ने प्रदान किए। हेमंत सुवीर ने आत्म सुरक्षा के महत्वपूर्ण पहलुओं से छात्राओं को अवगत कराया। आत्मरक्षा का किस प्रकार व्यक्तित्व विकास में महत्व है। यह भी बताया राजीव  श्रीवास्तव ने भी महाविद्यालय के खिलाडिय़ों को सॉफ्टबॉल  संबंधी बारीकियों को बताया। आतिश माली ने भी बालिकाओ को जुडो कराते के लिए प्रेरित किया। महाविद्यालय की प्राचार्य ने अतिथियों का धन्यवाद  देते हुए कहा कि आपके द्वारा सिखाए गए गुणों से बालिकाओ  के ज्ञान में बढ़ोतरी हुई। आत्म-सुरक्षा प्रशिक्षण को छात्राएं लगातार करेंगी एवं अन्य छात्राओं को भी प्रेरित करेगी। खेल अधिकारी नेहा बघेल  ने खिलाडिय़ों को खेल संबंधी विविध अभ्यास की जानकारियां दी। संचालन डॉक्टर शर्मीला काटे ने किया एवं आभार प्रदर्शन कुमारी मृघांशी नाथ ने किया।