10 जनवरी से लगाई जावेगी बूस्टर डोज़’
10 जनवरी से लगाई जावेगी बूस्टर डोज़’
10 जनवरी से लगाई जावेगी बूस्टर डोज़
‘‘हैल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स व 60 से अधिक आयु वर्ग के लोगों (गंभीर बीमारीयों से पीड़ित) के लगेगी कोविड बूस्टर डोज़’’ Ktg समाचार रिपोर्टर नरेश कुमार भोई डूंगरपुर,राज
डूंगरपुर । भारत सरकार व राजस्थान सरकार द्वारा जारी निर्देशानुसार 10 जनवरी 2022 सोमवार से हैल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 से अधिक आयु वर्ग के वह वरिष्ठ नागरिक जो कि गंभीर बीमारीयों ये पीड़ित है उन्हें ही कोविड बूस्टर डोज लगाई जाना है। गौरतलब है कि जिन हैल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 से अधिक आयु वर्ग के वरिष्ठ नागरिक को कोविड-19 वैक्सीनेशन की पहली व दुसरी डोज़ लगाई जा चुकी है एवं दूसरी डोज के 9 माह या 39 सप्ताह पूर्ण हो गये है उन्हे कोविड बूस्टर डोज़ लगाई जाना है। जिला प्रजनन एवं शिशु स्वस्थ्य अधिकारी डॉ. कांति लाल बताया कि निदेशालय से प्राप्त निर्देशानुसार जिले के हैल्थ वर्कर्स, फ्रंटलाइन वर्कर्स और 60 से अधिक आयु वर्ग के वरिष्ठ नागरिक जो की गम्भीर बीमारी से पीडित है उन्हे कोविड बूस्टर (प्रीकॉशन डोज़) लगाया जाना है। डूंगरपुर जिले में 9376 हैल्थ वर्कर्स, 12238 फ्रंटलाइन वर्कर्स और 103363 व्यक्ति 60 से अधिक आयु वर्ग के वरिष्ठ नागरिक है जिन्हे कोविड-19 की दोनो डोज़ लग चुकी है। इसमें 60 से अधिक आयु के उन्ही लोगो को टीका लगाया जाएगा जो कि गम्भीर बीमारियों से पीड़ित है और जिन्हे दूसरी डोज के 9 माह या 39 सप्ताह पूर्ण हो गये है उन्हे कोविड बूस्टर डोज़ लगाई जाना है।
कोविड टीकाकरण व संक्रमण की गम्भीरता को लेकर अपील
- हर नागरिक का कर्त्तव्य है कि वो वैक्सीन लगवाए व आवश्यक रूप से मास्क पहने, डिस्टेंसिंग मेंटेन करे, अपने खुद के, अपने परिवार के, अपने समाज के हित में सब लोग दोनों वैक्सीन लगवाएं। ये प्रूव हो चुका है दुनिया के अंदर कि जो वैक्सीन लगवा लेता है, कम से कम उसकी मृत्यु होने की संभावना समाप्त हो जाती है, गंभीर नहीं होता है, भर्ती नहीं हो पाता है अस्पताल के अंदर, नौबत ही नहीं आती है, व ऑक्सीजन की आवश्कता नही पडती ये एक बहुत बड़ा मुख्य लाभ है कि वैक्सीन लगाना इसलिए आवश्यक है। मैं उम्मीद करता हूं कि ये हमारी अपील को लोग मानेंगे और वैक्सीन लगवाएंगे और जो प्रोटोकॉल है कोविड का, उसकी पालना करेंगे।