सीएएफ जवान भी डकैती में था शामिल

सीएएफ जवान भी डकैती में था शामिल

जिला अस्पताल में उपचार के लिए लाए गए आरोपित्।

पुलिस ने डकैती के प्रयास व आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज किया मामला

कौशल सोनी, केटीजी समाचार

कांकेर। जिले के कोड़ेकुर्से थाना क्षेत्र के ग्राम गुरदाटोला में नक्सली बनकर डकैती की घटना को अंजाम देने के लिए पहुंचे तीन युवकों को ग्रामीणों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया था। पकड़े गए आरोपितों में सीएएफ का एक जवान भी शामिल है, जो पिछले दो माह से कार्य से अनुपस्थित है। दूसरी ओर पकड़े गए आरोपितों के खिलाफ पुलिस डकैती के प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है।
कोड़ेकुर्से थाना क्षेत्र के ग्राम गुरदाटोला में रविवार रात पांच युवक फर्जी नक्सली बनकर गांव में पहुंचे थे और रात लगभग दो बजे गांव के चमराराम के घर में जबरन घुस गए थे और स्वयं को नक्सली बताकर पैसे की मांग कर रहे थे। इसी दौरान परिवार के लोगों को उनके फर्जी नक्सली होने का शक होने के बाद उन्हें गांव वालों की मदद से पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया था। जिसमें आरोपित शिव कुमार ठाकुर (39) निवासी कुसुमकसा जुनवानी थाना दल्लीराजहरा जिला बालोद, जितेंद्र कुमार रामटेके (33) निवासी बैहाकुंआ थाना डौंडी लोहारा जिला बालोद और संतोष गुप्ता (39) निवासी गेंदाटोला थाना गेंदाटोला जिला राजनांदगांव शामिल हैं। पकड़े गए आरोपितों में जितेंद्र कुमार सीएएफ का जवान है। जो पिछले कुछ महीनों से कार्य से अनुपस्थित है। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जीएन बघेल ने बताया कि नक्सली बनकर डकैती करने का प्रयास करते पकड़े गए आरोपितों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध कर लिया गया है। पकड़े गए आरोपितों में जितेंद्र कुमार रामटेके सीएएफ जवान है। जो राजनांदगांव में पदस्थ है और कार्य से अनुपस्थित है। मामले में दो आरोपित फरार हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
करंट वाले सिक्के के लालच में पहुंचे थे आरोपित

डकैती के प्रयास के आरोप में पकड़े गए आरोपित करंट वाले सिक्के की तलाश में नक्सली बनकर पहुंचने और डरा धमकार सिक्का हासिल करने की कहानी बता रहे हैं। आरोपितों का दावा है कि यह एक प्रकार जादुई सिक्का है, जिससे शक्ति होती है और उससे व्यक्ति अमीर बन जाता है। उन्हें पता चला था कि गुरदाटोला में करंट वाला सिक्का है। जिसके लिए वे नक्सली बनकर डरा धमकाकर सिक्का लेने पहुंचे थे। हालाकि आरोपितों ने घर में घुसने के बाद लाल सलाम का नारा लगाते हुए स्वयं को नक्सली बताकर दो लाख रुपये की डिमांड की थी।

घायल आरोपितों का जिला अस्पताल में चल रहा उपचार

फर्जी नक्सली बनकर डकैती का प्रयास करने पहुंचे आरोपितों के नक्सली होने पर संदेह होने पर परिवार के सदस्यों व अन्य ग्रामीणों ने आरोपितों को पकड़ने का प्रयास किया। जिसके बाद पांचों आरोपित वहां से भागने का प्रयास करने लगे। भाग रहे आरोपितों का ग्रामीण पकड़ने का प्रयास कर रहे थे और आरोपित बाड़ी कूद कर भाग रहे थे। इस दौरान सेप्टिक निर्माण के लिए बनाए गए गढ्ढे में तीन आरोपित गिर गए। जिससे उन लोगों के सिर व शरीर में चोट आई। ग्रामीण तीन आरोपितों को पकड़ने में कामयाब रहे और दो लोग भाग निकले। तीनों आरोपितों के घायल होने पर पहले उन्हें भानुप्रतापपुर ले गया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया। तीनों आरोपितों का जिला अस्पताल में उपचार चल रहा है।