तीन साल से बंद पड़ी आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी को पुनः: शुरू करने को लेकर सौंपा ज्ञापन
- लिक्विडेटर हटाने व नया संचालक मण्डल गठित करने की मांग
KTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। तीन साल से बंद पड़ी आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी को पुनः: शुरू करने, लिक्विडेटर हटाने व नया संचालक मण्डल गठित करने की मांग को लेकर एडवाईजर वेलफेयर सोसायटी ट्रस्ट की देवास इकाई के निवेशकों का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को कलेक्टर कार्यालय, विधायक एवं सांसद के पहुंचा। सोसायटी के सदस्यों ने सोसायटी लिमिटेड (मल्टी स्टेट) से प्रतिबंध हटाने की मांग को लेकर प्रधानमंत्री, केन्द्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह एवं मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ट्रस्ट के अरूण शर्मा ने बताया कि हमारी सोसायटी की स्थापना सन 1999 में हुई थी। सोसायटी द्वारा मल्टी स्टेट के अंतर्गत पंजीकृत होने के बाद 2009 में कुल 5124 परिवारों का भरण पोषण कर उत्कृष्ट जीवन यापन करने में योगदान कर रही थी। वहीं यह संख्या बढक़र 2017-18 में 3,78,000 तक पहुंच गई। वर्ष 2018 में कम्पनी के खिलाफ भ्रामक अफवाह फैलने से सोसायटी से जुड़े वर्तमान और पूर्व पदाधिकारियों एवं सहायोगी ऋणी कम्पनियों के विरूद्ध आनन-फान में सरकार द्वारा कार्यवाही की गई। सोसायटी के सभी एडवाइजर एवं निवेशक सोसायटी में जमा धन का भुगतान नही होने से काफी परेशान है। सोसायटी द्वारा कभी भी भुगतान में विलंब नही हुआ था, लेकिन जब से संचालक मण्डल को जेल भेजा गया तब से भुगतान रुक गया। जो आज दिनांक तक शुरू नही हुआ। पिछले 3 सालों से भुगतान के लिए निवेशक को समझाते एडवाइजर वह सुनहरे भविष्य की योजनाओं की उम्मीद से अपनी मेहनत की कमाई जमा करवा चुके निवेशक बहुत परेशान हो रहे है। इन सबके निवारण के लिए सोसायटी में नए बोर्ड का गठन किया जाकर नियमित किया जाए। संस्था के नियुक्त लिक्विडेटर को हटाकर प्रशासक लगाए व संस्था की जब्त संपत्ति को ईडी से पुन: आदर्श क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी को दिलाई जाए। सरकार द्वारा इस प्रकरण में सक्रिय समस्त एजेंसियों को निर्देशित किया जाए कि वे सम्पतियों के निस्तारण में अवरोध पैदा न करे, बल्कि सहयोग करे आदि अन्य मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर शरद केसरी, अरुण शर्मा, हेमंत सोनी, विजय मेहता, जवाहर सुराना, सुहास सितोले, हेमंत चक्रवती, कमलेश सोलंकी, केसी नागर, सुरेश हिवसे, संजय द्विवेदी, प्रमोद रानाडे, अंजली दर्पे, मुकेश चौधरी, बालमुकुंद जोशी, दयाराम बागस्कर, बाबूलाल सोलंकी, रामप्रसाद खत्री, गंगा सिंह सोलंकी, हरीश मालवीय, अख्तर अली, महेन्द्र कचोले, बीएस दुबे आदि उपस्थित थे।