क्या 10-5 हजार में बिक गए टी आई,क्या सच मे आवेदक का आवेदन फाड़ कर फेक दिया पुलिस गया,आवेदन देने के बाद कार्यवाही की जगह सरहंगों को संरक्षण दे रही माड़ा पुलिस

क्या 10-5 हजार में बिक गए टी आई,क्या सच मे आवेदक का आवेदन फाड़ कर फेक दिया पुलिस गया,आवेदन देने के बाद कार्यवाही की जगह सरहंगों को संरक्षण दे रही माड़ा पुलिस
क्या 10-5 हजार में बिक गए टी आई,क्या सच मे आवेदक का आवेदन फाड़ कर फेक दिया पुलिस गया,आवेदन देने के बाद कार्यवाही की जगह सरहंगों को संरक्षण दे रही माड़ा पुलिस

क्या 10-5 हजार में बिक गए टी आई,क्या सच मे आवेदक का आवेदन फाड़ कर फेक दिया पुलिस गया,आवेदन देने के बाद कार्यवाही की जगह सरहंगों को संरक्षण दे रही माड़ा पुलिस

केटीजी समाचार सिंगरौली जिला हेड राजेश वर्मा

सिंगरौली जिले के माड़ा थाना पुलिस की अगर बात किया जाए तो 22 जनवरी को फरियादी धर्मेन्द्र सिंह निवासी रैला ने आवेदन दिया था लेकिन आज दिनांक तक आवेदन पर न कोई कार्यवाही हुई।वही आपको बता दे कि माड़ा थाने में पता किया गया तो वहाँ के बिट प्रभारी व पुलिस का जवाब रहता है कि मेरे यहाँ यह आवेदन नही हैं।यैसे में अजीत सिंह निवासी रम्पा के द्वारा फरियादी धर्मेन्द्र सिंह को फोन करके धमकी देने के साथ साथ यह भी कहा जा रहा है कि तुम्हारा पैसा नही मिलेगा वो पैसा टी आई को दे दिया जायेगा जिसके बाद तुम्हारा आवेदन फाड़ कर फेक दिया जायेगा वही फिर अजित सिंह के बोल है कि उतना भी नही देना पड़ेगा 10-5 हजार रुपये ही टी आई को देकर आवेदन फड़वा कर फेंकवा दिया जायेगा।जमीन की दलाली करने वाले अजित सिंह के द्वारा टी आई के प्रति इस तरफ के शब्द बोलकर पूरे खाकी वर्दी को बदनाम करने का काम किया है।लेकिन सवाल यह है कि क्या जमीन के दलाल 10-5 हजार रुपये में टी आई को खरीदेंगे,लेकिन वही दूसरा सवाल यह भी खड़ा होता है कि आखिर फरियादी का आवेदन कहा गायब हो गया या फिर अजीत सिंह के शब्द सही है कि फरियादी का आवेदन माड़ा पुलिस फाड़कर फेक दी।क्योकि आज दिनांक तक आवेदन पर कोई कार्यवाही नही हुई वही फरियादी धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि जब माड़ा पुलिस ने कोई कार्यवाही नही किया तो मैंने CM हेल्पलाइन का सहारा लिया लेकिन CM हेल्पलाइन में सूचना के बाद भी माड़ा पुलिस ने कोई कार्यवाही नही किया बल्कि झूठा निराकरण दर्ज कर CM हेल्पलाइन बंद करा दिया गया।वही एक दूसरा आडियो में सुरेन्द्र बहादुर सिंह फोन पर धर्मेन्द्र सिंह को डरा धमका रहे हैं साथ ही साथ यह कह रहे हैं कि पैसा खाते में वापस  आयेगा पाठक एम पी ऑनलाइन के जरिये जमा हुआ है लेकिन जब इस मामले में पाठक एम पी ऑनलाइन से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि सुरेन्द्र बहादुर सिंह के द्वारा धर्मेन्द्र सिंह के दिये हुए पैसे पर दूसरे लोगो का रजिस्ट्री करवा लिया गया है उन लोगो का पैसा लेकर अपने पास रख लिया गया है।धर्मेंद्र सिंह के द्वारा वकील सुरेन्द्र बहादुर सिंह के खाते में अपने फोन पे से 2 बार मे 98000 रुपये ट्रांसफर किये हैं वही 50000 रुपये कैश दिए है।धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि अजीत सिंह लोगो के द्वारा सड़क किनारे जमीन दिखाई गई और जमीन का रजिस्ट्री गांव में बहरा जैसे जमीन का करा रहे थे।जब यह बात धर्मेन्द्र सिंह को पता चला तो उन्होंने अपना पैसा वापस मांगा तो कुछ पैसे वापस किये गए लेकिन आधा पैसा अभी भी वापस नही किया गया है।धर्मेन्द्र सिंह ने बताया कि वकील सुरेन्द्र बहादुर सिंह तहसील में बुलाकर फरियादी को गाली गलौज के साथ साथ जान से मारने की धमकी दे रहा था।वही सुरेन्द्र बहादुर सिंह आडियो में फरियादी को मानहानि व फर्जी केस लगवाने तक कि धमकी दे डाला।


लेकिन सवाल यह है कि 19 दिन बाद भी माड़ा पुलिस के सुस्त रवैये के कारण इस मामले पर कोई कार्यवाही नही हुई।वही यह मामला माड़ा टी आई नागेंद्र सिंह के साथ साथ पुलिस के आलाधिकारियो को भी है लेकिन सब ने चुप्पी साध रखी है।फरियादी को न्याय की जगह दोषियों को संरक्षण माड़ा पुलिस दे रही है।

वही एक वीडियो में सुरेन्द्र बहादुर सिंह नामक व्यक्ति फरियादी से कह रहा है कि 20000 रुपये पाठक MP ऑनलाइन में जमा है बाकी के 50000 पैसा खाते में आयेगा लेकिन जब पाठक MP ऑनलाइन से बात की गई तो उन्होंने बताया कि सुरेन्द्र बहादुर सिंह कोई पैसा जमा नही किये है वो झूठ बोल रहे हैं यैसे में अजित सिंह,सुरेन्द्र बहादुर सिंह द्वारा फरियादी को धमकी दिए जाने व पाठक MP ऑनलाइन का नाम बीच मे आना व जांच कार्यवाही न होना लाजमी है कि माड़ा पुलिस खुलेआम बहरूपियो को संरक्षण देने का काम कर रही है

अगले खबरे में हम आपके सामने लेकर आयेंगे बन्धौरा चौकी में फरियादियो की नही लिखी जाती शिकायत,कही सासन चौकी जैसे घटना को अंजाम दिलवाने के फिराक में तो नही बन्धौरा चौकी प्रभारी