साहित्य ने सदैव समन्वय का कार्य किया है - श्री सत्तन

साहित्य ने सदैव समन्वय का कार्य किया है - श्री सत्तन

साहित्य ने सदैव समन्वय का कार्य किया है - श्री सत्तन
साहित्य ने सदैव समन्वय का कार्य किया है- श्री सत्तन
kTG समाचार लखन दास बैरागी देवास मध्य प्रदेश
देवास। साहित्य ने सदैव समन्वय का कार्य किया है और कविता और साहित्य हमेशा समाज को जागरूक करते रहे हैं। ये विचार देश के वरिष्ठ साहित्यकार व कवि सत्यनारायण सत्तन जी ने समन्वय समिति देवास और कन्नौद साहित्य मंच के द्वारा कन्नौद में आयोजित दो दिवसीय हिंदी दिवस समारोह को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किये। उन्होंने रामायण, कवितावली, तुलसीदास, सूरदास, विभिन्न कविताओं आदि के कई प्रसंग उद्धृत करते हुए हिंदी साहित्य की महत्ता को प्रतिपादित किया। यह आयोजन  स्थानीय सोनी गार्डन में किया गया। समारोह में विद्यार्थियों की वाद विवाद प्रतियोगिता क्षेत्र तथा देश के विभिन्न भागों से पधारे हुए कवि समागम के द्वारा काव्य संध्या का आयोजन 14 सितंबर को किया गया, जो देर रात तक चलती रही। इस कार्यक्रम के अतिथि पूर्व विधायक बृजमोहन धूत तथा पूर्व विधायक कैलाश कुंडल थे। जिन्होंने हिंदी भाषा के सम्मान में ऐसे आयोजनों की महत्ता पर जोर दिया। वाद विवाद प्रतियोगिता के अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता ठा. भगवान सिंह चुंडावत तथा समाजसेवी गोविंद गर्ग थे। दूसरे दिन प्रदेश व देश के उपस्थित सभी कवियों की एक परिचर्चा का आयोजन किया। जिसका विषय कवि कविता और डिजिटल युग था। इस परिचर्चा में कवियों ने हिस्सा लेकर कई तर्क प्रस्तुत कि। तदोपरांत आयोजित विशाल सम्मान समारोह में स्वर्गीय बंशीधर जोशी स्मृति विशिष्ट कवि सम्मान देश के ख्यात ओज के कवि देवकृष्ण व्यास को प्रदान किया गया। इस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में सत्तन जी के साथ व्यंगकार हरि जोशी, विधायक आशीष शर्मा, जनपद अध्यक्ष ओम पटेल, प्रदेश कांग्रेस सदस्य व समाजसेवी मनोज होलानी, सुश्री विनीता पाठक थे।  कार्यक्रम के प्रारंभ में समितियों के अध्यक्ष पंकज जोशी व शंकरलाल वर्मा ने गतिविधियों की रूपरेखा प्रस्तुत की। विशाल सम्मान समारोह में जिले के प्रत्येक तहसील व अंचल के नो कवियों, साहित्य मर्मज्ञ व लेखकों का सम्मान अतिथियों द्वारा किया गया। साथ ही कोरोना योद्धा सोनाली जोशी, राजेश तिवारी व तिवारी परिवार, ऑक्सीजन प्रदाय टीमों, श्याम सारडा, माँ पार्वती संस्था, सफाई कर्मचारी आदि कोरोना योद्धाओं का सम्मान भी किया गया। कार्यक्रम में भीमसिंह निर्मल, पुरुषोत्तम गोरानी, रूपेश शर्मा, राजकुमार वर्मा, राधेश्याम जाट, अकरम खान, अनिल नागर, नितिन सोनी, अंजना राजावत, संजय जोशी, शिशिर जोशी, कुणाल जोशी तथा क्षेत्र व जिले के रचनाकार कलमकार और साहित्य मर्मज्ञ आदि उपस्थित थे। कार्यक्रम में डॉ सुरेश व्यास, नरसिंह गोरानी, कुमार मिलिंद, सुनील भारी, प्रिया खुशबू, भोला साहू, मनोज गंगराड़े, जितेन्द्र भारतीय, शाहबाज खान, निखिल नीरज, हरिओम पंचोली, आनंद पंडा आदि का विशेष योगदान रहा। देर तक चले इस कार्यक्रम का संचालन पुष्पेंद्र सिंह राठौर ने किया तथा आभार प्रदर्शन राजेश जोशी ने किया।